दिल्ली : इंडिगो एयरलाइन ने इस मार्ग पर 180-सीटर ट्विन टर्बोफैन इंजन वाले ए-320 नियो यात्री विमान को तैनात कर रही है और इसका मुख्य रूप से घरेलू मार्गों पर उपयोग किया जाता है। इस नई उड़ान सेवा के साथ, देवघर से दैनिक प्रस्थान करने वाली उड़ानों की कुल संख्या 11 हो जाएगी।
इस अवसर पर अपने संबोधन में ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने कहा, “देवघर में बाबा बैद्य नाथ धाम एक अंतरराष्ट्रीय धार्मिक विरासत है और मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि मेरे मंत्रालय ने लाखों तीर्थयात्रियों को देवघर पहुंचाने में मदद की है। देश की मज़बूत आर्थिक शक्ति के साथ-साथ हमें देश की सॉफ्ट पावर को भी जोड़ने की जरूरत है।
यही कारण है कि अयोध्या अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और अब देवघर हवाई अड्डे जैसी जगहों पर प्रमुख विमानन बुनियादी ढांचे का निर्माण किया गया है। मैं देश के छोटे शहरों को हवाई सेवा से जोड़ने के लिए इंडिगो को भी बधाई देना चाहता हूं और वह दिन दूर नहीं जब नागरिक विमानन सेवा भारत में यात्रा का प्राथमिक स्रोत बन जाएगी। माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 जुलाई को घोषणा की थी कि दिल्ली से देवघर हवाई सेवा से जुड़ जाएगा और आज यह सच हो रहा है। इस विमान के कप्तान राजीव प्रताप रूडी हैं।”
नागरिक विमानन मंत्री ने कहा, “हमने 655 एकड़ में फैले देवघर हवाई अड्डे का निर्माण किया है और यह हवाई अड्डा 400 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इसके तैयार होने से यह रांची के बाद झारखंड का दूसरा हवाई अड्डा बन गया है।
हम झारखंड में 3 और हवाई अड्डों – बोकारो, जमशेदपुर और दुमका में बनाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं, जिससे झारखंड में कुल हवाई अड्डों की संख्या 5 हो जाएगी।
हमने झारखंड को जोड़ने वाले 14 नए मार्गों की घोषणा की है, जिनमें से 2 मार्ग – देवघर-कोलकाता और दिल्ली-देवघर पर काम करना शुरू कर दिया है और आने वाले दिनों में हम देवघर को रांची तथा पटना से जोड़ देंगे। इसके साथ ही हम दुमका को रांची और कोलकाता से जोड़ेंगे। बोकारो हवाईअड्डा तैयार होने के बाद पटना और कोलकाता से जुड़ जाएगा।”
मंत्री ने कहा, “उड़ान योजना के अंतर्गत 425 मार्ग और 68 हवाई अड्डे, हेलीपोर्ट, जल एरोड्रम का संचालन किया गया है और 1 करोड़ से अधिक लोगों ने इसका लाभ उठाया है। इनमें ज्यादातर पहली बार हवाई यात्रा करने वाले लोग शामिल हैं।
इस योजना के अंतर्गत 1 लाख 90 हजार से अधिक उड़ानें संचालित की जा चुकी हैं। नागरिक विमानन मंत्रालय ने पिछले 8 वर्षों में 66 हवाई अड्डों का निर्माण किया है। इससे पहले वर्ष 2014 में हवाई अड्डों की संख्या केवल 74 थी। हम 220 नए हवाई अड्डों के निर्माण की योजना बना रहे हैं जिसमें अगले 5 वर्षों में जल एरोड्रम और हेलीपोर्ट शामिल हैं।”
नागरिक विमानन राज्य मंत्री (जनरल) डॉक्टर वी. के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा, “देवघर में हवाई अड्डे का निर्माण करने की मांग लंबे समय से चली आ रही थी जिसका उद्घाटन इस साल 12 जुलाई को हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।
इससे पहले देवघर केवल कोलकाता से ही जुड़ा था लेकिन अब यह सीधे दिल्ली से जुड़ जाएगा। इससे बाबा बैद्य नाथ धाम में आने वाले तीर्थयात्रियों की निर्बाध आवाजाही में मदद मिलेगी। इससे झारखंड में पर्यटन बढ़ेगा, और मुझे उम्मीद है कि अन्य एयरलाइंस भी देवघर के लिए और अधिक उड़ानों के लिए उसी मार्ग को अपनाएंगी।”
देवघर और दिल्ली के बीच वाणिज्यिक उड़ान का उद्घाटन आज, 30 जुलाई, 2022 को किया गया। इस मार्ग पर मेसर्स इंडिगो द्वारा निम्नलिखित कार्यक्रम के अनुसार उड़ानों का संचालन किया जाएगा।
क्रम संख्या | प्रस्थान | आगमन | उड़ान के दिन | प्रस्थान (बजे) | आगमन (बजे) |
1 | दिल्ली | देवघर | प्रतिदिन | 13:00 | 14:45 |
2 | देवघर | दिल्ली | प्रतिदिन | 15:15 | 17:15 |