Datia News : दतिया। शनिवार को सिंधी समाज की आस्था का पर्व ज्योति स्नान महोत्सव पर धूमधाम से नगर में भव्य चल समारोह निकाला गया। पिछले दो वर्षों से कोरोना काल के कारण यह पर्व सादगी के साथ मनाया गया। इस दौरान बाहर से श्रद्धालु व संतजन भी दतिया नहीं आ सके थे। लेकिन इस बार यह महोत्सव अपने पूरे रंग में दिखाई दिया।
भव्य चल समारोह में पवित्र ज्योति को आकर्षक साज सज्जा के बीच पूरी श्रद्धाभाव से विराजमान कराकर निकाला गया। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डा.सुकर्ण मिश्रा भी हुए चल समारोह में शामिल हुए। उन्होंने दिव्य ज्योति के दर्शन किए। चल समारोह का शहर में कई जगह जगह स्वागत हुआ। इसके साथ की कई स्थानों पर पुष्पवर्षा भी की गई।
ज्योति स्नान महोत्सव के दौरान सिंधी समाज के लोगाें ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिए। डीजे की धुन पर युवा जमकर नृत्य करते नजर आए। चल समारोह में बाहर से आई बैंडों ने भी अपनी जोरदार प्रस्तुति दी।
इसके साथ ही चल समारोह में भगवान झूलेलाल की झांकी भी निकाली गई। पूरे रास्ते सेवादार झाडू लगाते चल रहे थे। इसी मार्ग से पवित्र ज्योति को निकाला गया। शाम को चल समारोह शहर के विभिन्न मार्गों से होकर करन सागर तालाब पहुंचा।
जहां पूरे विधिविधान से ज्योति को स्नान कराने की परंपरा पूरी की गई। इधर गाड़ीखाना िस्थत संत हजारीराम मंदिर में भी बाहरी एवं स्थानीय श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही।
ज्योति स्नान महोत्सव में छत्तीसगढ़ का धमाल बैंड और औरंगाबाद का सिंधी क्लासिकल बैंड आकर्षण का केंद्र रहा। जिसमें खास बात यह रही कि सिंधी क्लासिकल बैंड का संचालन महिलाएं कर रही थी। इसी के साथ बैंड की धुन पर श्रद्धालु पूरे उत्साह से नाचते नजर आए। समारोह में शामिल अन्य बैंडों ने भी भक्तिमय धुन प्रस्तुत की। जिसमें पूरा माहौल सराबोर नजर आया।
शनिवार दोपहर चल समारोह गाड़ी खाना स्थिति संत हजारीराम मंदिर से प्रारंभ कर दांतरे की नरिया, किला चौक, पटवा तिराहा, बड़ा बाजार, टाउन हाल, बड़ी तिगैलिया होते हुए राजगढ़ चौराहा, बम बम महादेव से करन सागर पहुंचा।
जहां पवित्र ज्योति को संतो द्वारा स्नान कराया गया। शाम को मंदिर में भजन संध्या का आयोजन किया गया। महोत्सव के अंतिम दिन 31 जुलाई को पल्लव का आयोजन होगा।