नई दिल्ली : विशिष्ट सूचना पर कार्रवाई करते हुए, केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो, नई दिल्ली के अधिकारियों ने छापा मारा और एक गोपनीय किचन लैब का भंडाफोड़ किया, जहां डिफेनोक्सिलेट युक्त मादक दवाओं का निर्माण किया जा रहा था। प्रिवेंटिव एंड इंटेलिजेंस सेल, सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स,
नई दिल्ली ने डिफेनोक्सिलेट युक्त नारकोटिक्स पाउडर की एक गोपनीय किचन लैब के बारे में जानकारी तैयार की थी, जिसे एक आवासीय परिसर 323 सेक्टर-6, करनाल, हरियाणा में चलाया जा रहा था।
इस प्रकरण में एक व्यक्ति अर्थात् मनोज कुमार पुत्र गुलशन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। कुल 45.855 कि.ग्रा. डिफेनोक्सिलेट मिला हुआ नशीला पदार्थ, 7.240 किलोग्राम डिफेनोक्सिलेट टैबलेट खुले रूप में और 19,000 निमेसुलाइड टैबलेट बरामद की गईं और जब्त की गईं। निमेसुलाइड गोलियों का उपयोग नारकोटिक्स पाउडर में मसाले के रूप में किया जाता है।
डिफेनोक्सिलेट एक नारकोटिक्स ड्रग है और इसकी व्यावसायिक मात्रा 50 ग्राम है, जैसा कि एनडीपीएस कानून में निर्दिष्ट है। इसके बाद की गई कार्रवाई में महेश कुमार पुत्र मोहन लाल, मालिक मॉडर्न मेडिकल स्टोर, निसिंग, करनाल नाम के एक व्यक्ति, जिसका इस अवैध निर्माण के पीछे हाथ माना जाता है, को भी 07/07/2022 को गिरफ्तार किया गया है।
एनडीपीएस कानून 1985 की धारा 21, 25, 27ए, 28, 29, 30 और 35 के साथ पठित धारा 8 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वे विभिन्न राज्यों को नशे के उद्देश्य से डिफेनोक्सिलेट युक्त नारकोटिक्स पाउडर बेचते थे। आगे की जांच जारी है।
नारकोटिक्स कमिश्नर श्री राजेश फत्तेसिंह ढाबरे ने कहा कि सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक जल्द ही दवा के मुख्य आपूर्तिकर्ता का पता लगाएगा