Datia News : दतिया । हाईब्लड प्रेशर के मरीज के पैर की मांसपेशी में रक्त स्त्राव का पहला मामला दतिया में मिला है। मेडीकल कॉलेज के सह अधीक्षक डा.हेमंत जैन के सामने परीक्षण के उपरांत यह मामला सामने आया। हाईब्लड प्रेशर व हाइपर-टेंशन अपने आप में बहुत खतरनाक स्थिति होती है। इसके कारण दिमाग की नस डेमेज होना आम बात है। लेकिन शरीर की मांस पेशियों में खून की नस का फटना, अपने आप में एक दुर्लभ घटना है।
इस केस के मामले में डॉ.हेमंत जैन ने बताया कि उन्हें गत 9 अगस्त को डॉ.एके लिटोरिया ने एक मरीज जिसके पैर में (घुटने और एड़ी के बीच के हिस्से जिसे काफ मसल कहा जाता है में) पिछले 2 से 3 दिन से अचानक सूजन आई है और उसे नसों के अंदर खून जमने की एक बीमारी डीवीटी प्रतीत हो रही थी, उनके पास भेजा था। उस मरीज का ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ था। डॉ.हेमंत जैन ने मरीज को देखा और उन्हें भी वही बीमारी प्रतीत हुई जो डॉ.लिटोरिया ने उन्हें बताई थी। इस मरीज को पूर्व में कोई भी ऐसी बीमारी नहीं थी जिसके कारण ब्लीडिंग हो। मरीज को चोट भी नहीं लगी थी।
मरीज को हाईबीपी का इलाज दिया गया और कुछ महत्वपूर्ण जांचें करवाने की सलाह दी गई। जिसमें पैर का कलर डॉप्लर भी शामिल था। मरीज को हाईबीपी की शिकायत लंबे समय से थी। परंतु वह कोई भी दवा नहीं ले रहा था। अगले दिन यानी 10 अगस्त को जब जांचे सामने आईं तो डॉ.जैन के आश्चर्य का ठिकाना नहीं था। क्योंकि मरीज को डीवीटी ना होकर मसल हेमाटोमा था और अन्य जांचों में ऐसा कोई कारण नहीं निकला जिससे यह कहा जा सके कि यह हेमाटोमा उसे क्यों हुआ।
जब मेडिकल रिसर्च की गई तो हाई बीपी के कारण शरीर की मांसपेशियों में खून बहने (हेमाटोमा) के केस तो मिले परंतु यह अन्य मांसपेशियों में थे, ना कि मीडियल हेड ऑफ गस्टरॉनेमिस मसल में। तब डॉ.हेमंत जैन को भरोसा हुआ कि उन्हें ऐसा केस मिला है जो कि भारतवर्ष ही नहीं विश्व में भी अनोखा है। आगे इस केस को डॉ.हेमंत जैन ने विभिन्न मेडिकल जर्नल्स में भेजने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। जिससे कि यह जानकारी विश्वभर के चिकित्सकों को मिल सके कि ऐसा बिरला मामला भी चिकित्सा क्षेत्र में आ सकता है। उपरोक्त खोज के लिए डॉ.हेमंत जैन के प्रयासों की मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.दिनेश उदेनिया ने सराहना की है।