पाखी को हुआ अपनी गलतियों का एहसास, विराट के सस्पेंशन के लिए भवानी ने सई को ठहराया दोषी

मुंबई : टीवी शो ‘गुम है किसी के प्यार में’ मेकर्स द्वारा हाल में लाए गए ट्विस्ट टर्न्स ने दर्शकों को एक तरफ शॉक में डाल दिया है। तो वही शो के अपकमिंग ट्विस्ट को लेकर यूजर्स ने काफी ट्रोल भी किया है। लेकिन अब शो के अपकमिंग ट्रैक को लेकर उत्साह बढ़ने वाला है।

आज के एपिसोड की शुरुआत में विराट डीएम और डीआईजी से मुलाकात करता है। वे उससे सरोगेसी केस में पाखी के गुनाह को लेकर सवाल करते हैं।

विराट अपना पक्ष साफ़ करते हुए कहता है कि वह उस समय वह ठीक से सोचने की स्थिति में नही था जब पाखी ने यह गुनाह किया और उसके लिए उस समय सरोगेसी की प्रक्रिया बहुत महत्वपूर्ण थी।

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डीआईजी ने किया विराट को सस्पेंड
डीआईजी ने कहा कि विराट ने उन्हें निराश लिया हैं और उसे अपनी गलती की सजा भी भुगतनी होगी। हरीश ने विराट से कहा कि इस मामलेउ ससे पूछताछ की जाएगी इसलिए विराट को वहां मौजूद रहना होगा। उन्होंने कहा कि विराट को सस्पेंड कर दिया जाएगा और उसे नोटिस भी दिया जाएगा। यह सुनकर विराट चौंक जाता है।

पाखी से मिलने आई वैशाली
इधर जेल में पाखी अपने गुनाह को याद करती हुए पछताती है कि कैसे उसने विराट का ध्यान अपनी ओर करने की कोशिश की और सईं से विनायक को छीनने की भी कोशिश करती है। यह सोचते हुए पाखी को अपनी गलतियों का एहसास होता है और वह रोने लगती है।

वह कहती है कि उसने अपने हाथों से ही अपनी जिंदगी को बर्बाद कर लिया है। तभी वैशाली पाखी से मिलने जेल आती है और उसकी हालत देखकर दुखी हो जाती है।

वैशाली ने किया यह सवाल
पाखी वैशाली से कहती है कि वह सही थी और वह उसके लिए चिंतित न हो, क्योंकि वह इस सजा की हकदार है। वैशाली ने जब पाखी से सवाल किया कि क्या वह फिर से बदलने का नाटक कर रही है तो पाखी कहती है कि अब उसकी अपनी माँ उस पर शक कर रही है।

इसके बाद वैशाली वकील को बुलाती है और उनसे पाखी के केस पर काम करने का आग्रह करती है। वह पाखी को भरोसा देती है कि वह पाखी को जेल से बाहर लाने के लिए कुछ भी करेगी।

विराट के सस्पेंशन से शॉक हुआ परिवार
इधर विराट घर वापस आकर सभी को अपने सस्पेंशन के बारे में बताता है। सभी चौंक जाते हैं और पूछते हैं कि वे विराट को पाखी के अपराधों के लिए कैसे निलंबित कर सकते हैं? साई विराट के प्रति चिंतित होती है लेकिन भवानी इस मामले के लिए सई को दोषी ठहराती है।

तब साईं पुरे चव्हाण परिवार को पाखी की करतूतों की याद दिलाती है। अश्विनी और शिवानी भी उसका पक्ष लेते हैं। भवानी शिकायत वापस लेने की बात कहते हुए कहती है कि पाखी ने किसी की हत्या नहीं की है। लेकिन सईं अपने फैसले पर अडिग रहती हैं।

प्रीकैप : परिवार के सभी सदस्य साईं और विनायक को खोजते हैं लेकिन वे कहीं नहीं मिलते। मोहित बताता है कि साईं को गढ़चोली की बस में चढ़ते देखा गया था। तभी विराट को पुलिस का फोन अत है कि गढ़चोली बस का एक्सीडेंट हो गया है।

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