मुंबई : टीवी सीरियल ‘गुम है किसी के प्यार में’ में सई और विराट अब अलग हो चुके हैं। नए ट्रैक में अब विनायक स्कूल कैम्प में वहां पहुँच गया है जहाँ साई अपनी बेटी के साथ जाती है। जिसके बाद कहानी में दिलचस्प मोड़ आने की उम्मीद है।
एपिसोड की शुरुआत में साई गुलाबराव को सावी का अपहरण करने की कोशिश करने के लिए उसे अपनी बेटी से दूर रहने के लिए कहती है और खुली चेतावनी देती है कि अगर वह फिर से सावी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है, तो वह उसे नहीं छोड़ेगी। गुलाबराव कहता है कि वह उसका कुछ नहीं कर पाएंगी, क्योंकि वह विधायक हैं। साई उसे उसे आखिरी वार्निंग देती है।
गुलाबराव करेगा साई के अतीत का पता
तभी गुलाबराव उसके पति के बारे में बात करता है और कहता है कि उसने उसे अपने पति के साथ कभी नहीं देखा। साई का चेहरा उतर जाता है। गुलाबराव अपने आदमियों से साईं के अतीत के बारे में जानने के लिए कहता है।
वह कहता है कि उसके पति से जुड़ा कुछ है और उसके वो खिलाफ इसका इस्तेमाल करने का फैसला करता है। इधर विराट विनायक से कहता है कि वह सावी की मां से मिलना चाहता था लेकिन उस वक़्त के हालात के कारण उसे देख नहीं पाया।
नहीं हुआ साई और विराट का आमना सामना
प्रिंसिपल विराट को बताती हैं कि साई वहीं काम करती है और कुछ ही मिनटों में पहुंच जाएगी। विराट और विनायक वहां से जाने से पहले सावी से मिलने के लिए उत्साहित हो जाते हैं, जबकि साईं सावी को अपनी साइकिल में स्कूल की ओर ले जाती हैं।
लेकिंन साइकिल की जंजीर टूट जाती है और दोनों को पहुँचने में देर हो जाती है। इधर विराट को जल्दी वापस जाना होता है इसलिए वो विनायक को समझाता है कि वह जल्द ही सावी से फिर से मिलेंगे।
भवानी ने किया पाखी को लेकर बड़ा ऐलान
चेन ठीक होने के बाद साई सावी के साथ फिर से साइकिल की सवारी करना शुरू कर देती है, जबकि सावी बेचैन हो जाती है। जब दोनों स्कूल पहुंचे, तो प्रिंसिपल ने बताया कि विनायक और उसके पिता पहले ही जा चुके हैं।
सावी निराश हो जाती है। इधर मोहित ओंकार को अपने रिटायरमेंट का आनंद लेने के लिए कहता है और उस पर विश्वास करने के लिए कहता है। फिर नौकर भवानी की ओर बढ़ता है और वह उसे पाखी की ओर भेजती है और ऐलान करती है कि पाखी च्वहाण परिवार की मुखिया है।
अश्विनी भी वहां आती है और पूरे परिवार के साथ विनायक और विराट की देखभाल करने और सब कुछ अच्छी तरह से संभालने के लिए पाखी की तारीफ करती है।
प्रीकैप : विराट और चव्हाण परिवार के सदस्य भगवान गणेश की मूर्ति को लेकर चलते हैं और विनायक उनके पीछे चलते हैं। परिवार की साड़ी महिलाएं विराट और विनायक को देखकर मुस्कुराती हैं। इधर उषा के साथ साई भी त्योहार मनाती है।