पर्यटन के लिए भारत स्वर्ग है : अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थलों को देखने से पहले घरेलू पर्यटन स्थलों को देखें, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया आव्हान

New Delhi News : नईदिल्ली । विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पुरुस्कार विजेताओं को राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार प्रदान किए। केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह तथा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

2018-19 में उद्योग की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए इस वर्ष कुल 81 पुरस्कार दिए गए। उपराष्ट्रपति ने इस अवसर पर इंडिया टूरिज्म स्टैटिस्टिक्स 2022, न्यू इनक्रेडिबल इंडिया ग्लोबल प्रोमोशनल फिल्म्स, और “गो बियॉन्ड: 75 एक्सपीरियंस ऑफ नॉर्थ इंडिया” ई-पुस्तक भी जारी की।

अपने भाषण के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत को “पर्यटन के लिए स्वर्ग” के रूप में वर्णित किया और भारतीयों से अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थलों को देखने से पहले घरेलू पर्यटन स्थलों को देखने के लिए कहा। भारत के लंबे सभ्यतागत इतिहास और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जिक्र करते हुए उन्होंने रेखांकित किया कि देश के अधिकांश पर्यटन स्थलों का हमारे इतिहास, लोक कलाओं और प्राचीन ग्रंथों से गहरा संबंध है।

Banner Ad

उपराष्ट्रपति ने पर्यटन को देश में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन का एक प्रमुख वाहक बताया। पर्यटन के विविध आयामों का उल्लेख करते हुए, उपराष्ट्रपति ने चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में भारत की अपार संभावनाओं के साथ-साथ आयुर्वेद और योग जैसी चिकित्सा की हमारी प्राचीन परंपराओं में बढ़ती वैश्विक रुचि का पूरी तरह से लाभ उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।

देश में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए, धनखड़ ने कहा कि पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ देखो अपना देश और उत्सव पोर्टल जैसी नवीन पहल की गई है।

इस अवसर पर बोलते हुए पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि 2023 में अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत खुद को बड़े पर्यटन केंद्र के तौर पर स्थापित करने की कोशिश करेगा। अध्यक्षता के दौरान हम भारत को वैश्विक स्तर पर ऐसी जगह के तौर पर पेश करेंगे, ‘जहां जरूर घूमने जाना चाहिए। सर्किट आधारित रेलों के लिए 3600 रेलवे डिब्बों का आवंटन किया गया है।

रामायण और बुद्ध सर्किट के लिए ऐसी रेलें शुरू भी हो चुकी हैं। जबकि कृष्ण सर्किट के लिए एक रेल जल्दी शुरू होने वाली है। हमारा लक्ष्य भारत को दुनिया के लिए एक अहम घूमने की जगह बनाना है। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री मोदी भारतीय पर्यटन के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर काम कर रहे हैं।

अपने स्वागत उद्बोधन में पर्यटन सचिव श्री अरविन्द सिंह ने कहा कि इस तरह के पुरस्कारों से पर्यटन और यात्रा क्षेत्र को बढ़ावा मिलता है। यह क्षेत्र दुनिया के सबसे बड़े आर्थिक क्षेत्रों में से है, जिससे दुनियाभर में खुशहाली बढ़ती है और निर्यात उत्पादित होता है। कोरोना के बाद भारतीय पर्यटन क्षेत्र आर्थिक विकास का एक अहम आधार बनकर उभरा है।

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter