Datia News : दतिया । कलेक्टर ने एक प्रभारी प्राचार्य एवं शिक्षिका को अपने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। जिसमें उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं प्रभारी प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उपरांय राजेश तिवारी को, एकीकृत शाला शासकीय उच्चर माध्यमिक विद्यालय उचाड़ की प्राथमिक शिक्षिका ज्योति जाटव को निरीक्षण के दौरान बिना सूचना के अनुपस्थित पाए जाने पर निलंबित किया गया है।
कलेक्टर ने बताया कि सरकारी स्कूलों में गरीब, मजदूर और किसान के बच्चे पढ़ते हैं। जिन्हें शिक्षित करना सरकार का उद्देश्य है। लेकिन इस कार्य में भी कोताही नजर आ रही है। संपन्न वर्ग के परिवार के बच्चे तो निजी स्कूलों में पढ़ाई कर लेते हैं। ऐसे में इस वर्ग के बच्चों को शिक्षा कैसे मिलेगी, यह बड़ा सवाल है। इस सबको देखते हुए प्रशासन की ओर से स्कूलों की सतत निगरानी की जा रही है।

कलेक्टर संजय कुमार ने बताया कि दतिया में हर माह शिक्षकों को 29 करोड़ का वेतन बांटा जाता है। यानि पूरे वर्ष में 350 करोड़ की बड़ी राशि खर्च की जाती है। ऐसे में सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर अच्छा होना चाहिए।

लेकिन वेतन पर इतनी बड़ी राशि खर्च होने के बाद भी शिक्षकों से कोई आउटपुट नहीं मिल रहा। जिसका परिणाम स्कूलों में बच्चों को हिंदी की किताब तक पढ़ना नहीं आती। पढ़ाई कार्य में यह स्थिति शिक्षकों की लापरवाही को दर्शाती है। इसमें सुधार के लिए शिक्षकों को दो माह का समय दिया गया है। अगर व्यवस्थाएं नहीं सुधरी तो फिर से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पदेन अपर संचालक लोक शिक्षण कमलेश भार्गव ने बताया कि अपर कलेक्टर रूपेश उपाध्याय द्वारा गत 14 नवम्बर को संकुल केंद्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उपरांय के तहत संचालित शासकीय प्राथमिक शाला, माध्यमिक शाला गोरा के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान संकुल केंद्र के प्राचार्य द्वारा दो शिक्षकाें को ऐच्छिक एवं मेडीकल अवकाश स्वीकृत करने के कारण शैक्षणिक कार्य बंद हो गया था। इस मामले में संकुल केंद्र प्रभारी राजेश तिवारी को अपने दायित्वाें के प्रति उदासीनता बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।