Datia News : दतिया। प्रदेश के सभी 13 शासकीय मेडिकल कालेज में प्रशासनिक अधिकारी की नियुक्ति के सरकार के प्रस्ताव के विरोध में सोमवार को मेडिकल कालेज दतिया के मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के आह्वान पर सभी डाक्टर्स द्वारा सरकार के प्रस्ताव के विरोध में काली पट्टी बांधकर कार्य किया गया।
एमटीए दतिया की अध्यक्ष डा.अमिता शर्मा के नेतृत्व में सभी डाक्टर्स के द्वारा मेडिकल अधीक्षक एवं मेडिकल डीन को मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से सरकार से इस तरह के किसी भी प्रस्ताव को खारिज करने की मांग की गई। साथ ही मांग न मानें जाने की स्थिति में निकट भविष्य में डाक्टर्स के द्वारा कड़े आंदोलन की चेतावनी दी गई। इस संबंध में एमटीए दतिया की अध्यक्ष डा.अमिता शर्मा ने बताया कि मेडिकल कालेज चिकित्सा, चिकित्सा शिक्षा एवं रिसर्च का संस्थान है। जिसके लिए तकनीकी समझ आवश्यक है। यदि किसी प्रशासनिक अधिकारी का इसमें हस्तक्षेप किया जाता है तो मेडिकल पढ़ाई, चिकित्सा अनुसंधान के अलावा मरीज हित भी प्रभावित होगें।

ऐसे किसी भी प्रस्ताव का एमटीए पुरजोर विरोध करता है। एमटीए की प्रदेश स्तरीय आह्वान पर 22 नवंबर को सभी मेडिकल डाक्टर्स चेतावनी स्वरूप अपना समस्त चिकित्सीय एवं शैक्षणिक कार्य बंद रखेंगे। लेकिन मरीज हित को देखते हुए इमरजेंसी सेवाएं सुचारू रहेंगी।

डा.शर्मा ने बताया कि शासन के रुख के अनुसार आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। 22 नवंबर को इसी मामले को मेडीकल कालेज की डाक्टर्स एसोसिएशन ने सुबह 9.45 बजे प्रेस कांफ्रेस का भी आयोजन किया है। जिसमें मुद्दे को लेकर वह अपना पक्ष रखेंगे। सरकार के उक्त प्रस्ताव को लेकर प्रदेश के सभी चिकित्सक आक्रोशित हैं।
ज्ञापन सौंपने वाले डाक्टर्स में डा.त्रिभुवन सिंह, डा.आशीष मौर्य, डा.केएन आर्य, डा.राजेश गुप्ता, डा.श्वेता यादव, डा.सचिन यादव, डा.लक्ष्मण सिंह सहित सभी वरिष्ठ चिकित्सक व एमटीए सदस्य मौजूद रहे।