Datia News : दतिया। जंगल में जानवर चराने गए चरवाहों ने नाले के पास लगी झाड़ियों के बीच नरकंकाल पड़ा देखा तो इस बात की खबर पुलिस तक पहुंचाई। नरकंकाल मिलने की खबर ने ग्रामीणों को भी चौंका दिया। मौके पर पहुंची पुलिस के साथ ग्रामीण भी जमा हो गए। पुलिस ने जांच अधिकारी के साथ नरकंकाल और उसके साथ मिले कपड़ों को बरामद कर उसकी शिनाख्त के लिए प्रयास शुरू किए।
फिलहाल नरकंकाल चार माह पहले गुमशुदा हुए एक व्यक्ति का बताया जाता है। जिसके कपड़ों से उसके पिता ने पहचान की है। पुलिस ने नरकंकाल का डीएनए टेस्ट कराने ग्वालियर भेजा है।

सोमवार को पंडोखर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बिंडवा के जंगल के एक सूखे नाले में पड़े नरकंकाल को वहां चरवाहों ने देखा तो इसकी सूचना पुलिस तक पहुंचाई गई। मौके पर पहुंची पंडोखर पुलिस ने नरकंकाल और उस पर मिले कपड़ों को बरामद कर शिनाख्त के प्रयास शुरू किए।

जिसके बाद पता चला कि ग्राम बिंडवा से एक गुमशुदगी 12 अगस्त को पंडोखर थाने पर दर्ज कराई गई है। जब उस परिवार के सदस्य को बुलाकर नरकंकाल पर मिले कपड़े आदि दिखाए गए तो उसकी शिनाख्त गुमशुदा व्यक्ति मिथलेश रजक पुत्र बारेलाल निवासी बिंडवा के रूप में की गई।
नरकंकाल मिलने की जानकारी पर एसडीओपी कर्णिक श्रीवास्तव तथा पंडोखर थाना प्रभारी रिपुदमन सिंह राजावत द्वारा मौके पर पहुंचकर उस कंकाल को कब्जे में कर पीएम के लिए भांडेर पहुंचाया।
लेकिन कंकाल के परीक्षण की सुविधा यहां न होने के चलते उसे डीएनए टेस्ट के लिए ग्वालियर गजराराजा मेडिकल कालेज भेजा गया। इस मामले में रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस अगला कदम उठा सकेगी।