नई दिल्ली : वित्त मंत्रालय ने महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र, 2023 के लिए राजपत्र अधिसूचना जारी की और इसेतत्काल प्रभाव से 1.59 लाख डाकघरों में उपलब्धकराया गया है।
इस योजना की घोषणा 2023 – 24 केबजट में केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा ‘आजादी का अमृतमहोत्सव’ के उपलक्ष्य में की गई थी और यह लड़कियोंसहित महिलाओं के वित्तीय समावेशन औरसशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
दो साल की अवधि की योजना लचीले निवेश औरआंशिक निकासी के विकल्पों के साथ दो लाख रुपयेकी अधिकतम सीमा के साथ त्रैमासिक चक्रवृद्धिब्याज 7.5 प्रतिशत का आकर्षक और निश्चित ब्याजप्रदान करती है। यह योजना 31 मार्च,2025 तक दोसाल की अवधि के लिए वैध है।
राष्ट्रीय बचत (मासिक आय खाता) योजना, 2019 कोराष्ट्रीय बचत (मासिक आय खाता)(संशोधन) योजना,
2023 के माध्यम से संशोधित किया गया है और 1अप्रैल, 2023 से एक खाते के लिए अधिकतम निवेशसीमा चार लाख पचास हजार रुपये से बढ़ाकर नौलाख रुपये और संयुक्त खाते के लिए नौ लाख रुपये से15 लाख रुपयेकर दी गई है। इसी तरह, वरिष्ठनागरिक बचत योजना, 2019 को वरिष्ठ नागरिकबचत (संशोधन) योजना, 2023 के माध्यम सेसंशोधित किया गया है और अधिकतम निवेश सीमाआज से प्रभावी 15 लाख से बढ़ाकर 30 लाख रुपयेकी गई है।
बचत जमा और पीपीएफ को छोड़कर सभी छोटीबचत योजनाओं पर ब्याज दरों को भी 1 अप्रैल,2023 से बढ़ाते हुए संशोधित किया गया है।
इनउपायों से डाकघर के लघु बचत ग्राहकों को अत्यधिकलाभ होगा और डाकघरों के माध्यम से विशेष रूप सेग्रामीण क्षेत्रों में और लड़कियों, महिलाओं, किसानों,कारीगरों, वरिष्ठ नागरिकों, कारखाने के श्रमिकों,सरकारी कर्मचारियों, छोटे व्यापारियों और समाज केअन्य वर्गों में इन योजनाओं में अधिक निवेश आकर्षितहोगा। छोटी बचत योजनाओं में किए गए निवेश परउन्हें बेहतर रिटर्न मिलेगा।