Datia news : दतिया। पीतांबरा पीठ मंदिर से कुछ दूरी पर पश्चिमी द्वार के निकट खड़ी दूसरी बारादरी बुधवार देर रात तक जमींदोज हो जाएगी। इस बारादरी काे ढहाने के लिए एमपीडीआरसी का अमला नपा की मदद से जुटा हुआ है। इस बारादरी को हटाने की मांग लगातार की जा रही थी। लेकिन इसके आसपास लोहे के गाटर का घेरा बना दिया गया था। ताकि किसी वाहन के टकराने से बारादरी को क्षति न पहुंचे।
आगामी 24 अप्रैल को मां पीतांबरा के प्राकट्योत्सव व दतिया गौरव दिवस पर निकलने वाली भव्य रथयात्रा की तैयारियों के क्रम में यह कदम उठाया गया। यह बारादरी वैसे भी क्षतिग्रस्त अवस्था में थी। जिसके चारों ओर सुरक्षा की दृष्टि से लोहे के गाटर डालकर घेरा बनाया गया था। ताकि किसी वाहन के टकराने पर बारादरी ढहने की घटना न हो।
गौरतलब है कि पीतांबरा पीठ मंदिर के दोनों ओर करीब आठ वर्ष पहले बड़ी राशि खर्च कर वर्ष 2013 में मध्यप्रदेश सडक़ विकास निगम द्वारा लाल पत्थर की बारादारी का निर्माण कराया गया था।
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कोरोना के लाकडाउन में ढह गई थी एक बारादरी : इनमें से एक पीतांबरा मंदिर के सामने बनी बारादरी 24 मई 2021 को कोरोना काल के लाकडाउन के दौरान रेत से भरे ट्रैक्टर ट्राली के टकरा जाने के कारण ढह गई थी। उस समय गनीमत यह रही कि कोरोना के लाकडाउन के कारण पूरी सड़क व आसपास का एरिया खाली था।
अन्यथा यह हादसा काफी बड़ा हो सकता था। इस घटना के बाद से ही दूसरी बारादरी को भी सुरक्षा की दृष्टि से ढहा देने की मांग की जाती रही। लेकिन प्रशासन ने उस समय बारादरी गिराने के बजाय उसके चारों तरफ लोहे के गाटर का घेरा बनवा दिया था। ताकि किसी वाहन के टकराने पर भी बारादरी सुरक्षित रहे।
दूसरी बारादरी को बुधवार को ढहाने की कार्रवाई की गई है। इस दौरान बरादरी के आसपास लगी गुमटियों को हटाने के साथ ही वहां से निकली बिजली लाइन को भी हटाया गया। वहीं बारादरी हटाने की कार्रवाई को लेकर शहर भर में मुनादी भी कराई गई थी। इधर संबंधितों के मुताबिक आगामी 24 अप्रैल को निकलने वाली रथयात्रा के दौरान पिछले साल की तरह इस बार भी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए इस जर्जर बारादरी को ढहाया जा रहा है।