Datia news : दतिया। मप्र शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ द्वारा गत 25 अप्रैल को अपनी मांगों के संबंध में निराकरण को लेकर कोई ध्यान न दिए जाने से उच्च स्तर पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। इसके साथ ही राज्य स्तरीय आंदोलन के संबंध में एक ज्ञापन कलेक्टर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दतिया एवं अधिष्ठाता शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया को सौंपा है।
उपरोक्तज्ञापन में उल्लेख है कि प्रदेश के समस्त विभागों में कार्यरत चिकित्सकों के लिए समयबद्ध पदोन्नति एवं दिनांक 31 मार्च 2023 को मुख्यमंत्री द्वारा गठित की गई हाईपावर कमेटी द्वारा हस्ताक्षरित सहमति पत्र शीघ्र लागू करने के साथ ही चिकित्सकीय विभागों में प्रशासनिक अधिकारियों की अनावश्यक दखलअंदाजी रोकी जाएं।
वहीं चिकित्सक महासंघ ने यह भी निर्णय लिया है कि इस वादाखिलाफी के विरुद्ध एक मई को दतिया के समस्त चिकित्सक अपनी मांगों के समर्थन में काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे। दो मई को दो घंटे के लिए समस्त चिकित्सकीय कार्य बंद रखे जाएंगे। जबकि तीन मई से पूर्णकालिक रूप से चिकित्सकीय व प्रशासनिक कार्य बंद रहेंगे।
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इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया राज्य का चिकित्सक महासंघ अपने सदस्यों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उक्त आंदोलन सरकार की डाक्टर्स के हितों के प्रति उदासीनता को लेकर किया जा रहा है।डाक्टर्स के प्रति असंवेदनशीलताव न्यूनतम संसाधनों में कार्य करवाने की गलत नीति के विरुद्ध राज्य के समस्त डाक्टर्स व चिकित्सक महासंघ संघर्षरत है।
जबकि उच्च अधिकारियों द्वारा 31 मार्च को सर्वसम्मति पत्र पर हस्ताक्षर कर मांगों के संबंध में जल्दी ही निर्णय लिए जाने की बात कही गई थी। लेकिन फिर इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उक्त ज्ञापन सौंपने के दौरान डा.अमिता शर्मा, डा.हेमंत मंडेलिया, डा.घनश्याम सहित अन्य चिकित्सगण मौजूद रहे।