Datia News : दतिया। गरीबों के राशन की कालाबाजारी अभी भी नहीं रुक सकी। एक ओर जिम्मेदार पीओएस मशीन से सभी को सही मात्रा में राशन बांटने का दावा करते नहीं थकते। लेकिन जब वहीं राशन सामग्री पकड़ी जाती है तो वास्तविक स्थितियां क्या है, इसे समझते देर नहीं लगती।
राशन की दुकानों पर आज भी कालाबाजारी का खेल चल रहा है। जिसका परिणाम है कि सरकारी मोहर लगी राशन की बोरियां वाहनों से पकड़ी जा रही है। हाल ही में मप्र की राशन सामग्री उप्र ढोकर ले जा रहे वाहन को पुलिस ने पकड़ा है। गरीबों के राशन का चावल अवैध तरीके से ढोकर उप्र ले जाने वाले मिनी ट्रक को पुलिस ने जप्त किया है।
सेवढ़ा पुलिस ने सोमवार को वाहन चेकिंग के दौरान एक सफेद रंग के पिकअप वाहन को रोककर चेक किया जिसमें शासकीय खाद्यान्न चावल भरा हुआ था। जिसके बारे में वाहन के चालक सोनू पुत्र संतोष वर्मा निवासी पटेल नगर उप्र ने बताया कि उक्त खाद्यान्न शासकीय उचित मूल्य की दुकान का है।
जिसके परिवहन के संबंध में दस्तावेज मांगने पर वह नहीं दिखा सका। वाहन में 50-50 किलो की कुल 45 बोरियां रखी थीं। जिसमें 15 बोरियों पर मप्र स्टेट सिविल सप्लाई कोरपोरेशन उचित मूल्य की दुकान भारत सरकार लिखा था। एवं 30 अन्य बोरियों पर अलग-अलग नाम दर्ज थे।
साढ़े 22 क्विंटल शासकीय चावल की कालाबाजारी मिलने पर आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत वाहन क्रमांक यूपी 75 1904 को जप्त कर कार्रवाई की गई। उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी सेंवढ़ा रामबाबू शर्मा, प्रधान आरक्षक खुशीलाल दुबे आरक्षक बब्बू राजा, शैलेंद्र, नितेश त्यागी आदि की भूमिका रही।