Datia news : दतिया। आगामी एक वर्ष में 25 करोड़ की लागत से दतिया मेडीकल कालेज में सीसीयू यानि क्रिटिकल केयर यूनिट बनकर तैयार हो जाएगा। जिसके बाद गंभीर मरीजों को झांसी ग्वालियर रेफर करने की जरुरत नहीं होगी। उन्हें सभी आधुनिक चिकित्सा सुविधा दतिया में ही आसानी से उपलब्ध हो सकेंगी। इस सीसीयू निर्माण कार्य का भूमिपूजन रविवार काे गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डा.मिश्रा ने कहाकि इस सीसीयू के बन जाने के बाद रेफरल की समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकेगी। इसका निर्माण प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन 2022-23 के अंतर्गत किया जा रहा है। जिसे एमपी बिल्डिंग डेवलपमेंट कोरपोरेशन भोपाल द्वारा बनाकर तैयार किया जाएगा।
गृहमंत्री ने कहाकि क्रिटिकल केयर यूनिट ह्रदय रोग, स्ट्रोक, गुर्दा रोग, जहर खुरानी आदि मरीजों के लिए वरदान साबित होगी एवं उन्हें दतिया में ही उचित उपचार मिल सकेगा।
आयोजन के दौरान मेडिकल कालेज के डीन डा. दिनेश उदैनिया, जिला अस्पताल सीएमएचओ डा.आरबी कुरेले, अधीक्षक डा.कृष्णा कुलदीप, डा.अर्जुन सिंह, डा.हेमंत जैन, डा.पहराम अधिकारी, डा.राजेश गुप्ता, डा.श्वेता यादव, जन सम्पर्क अधिकारी डा.मुकेश शर्मा, एमपीबीडीसी के डीजीएम मदन शाक्य, कांट्रेक्टर शिशिर अग्रवाल, नपाध्यक्ष प्रतिनिधि प्रशांत ढेंगुला मौजूद रहे।
50 बिस्तर का होगा नया सीसीयू : मेडीकल कालेज दतिया के डीन डा.दिनेश उदैनिया ने बताया कि कालेज में बनने वाला क्रिटिकल केयर यूनिट यानि सीसीयू 50 बिस्तरीय होगा। जिसमें 10 बेड आईसीयू, छह बेड एचडीयू, 24 आइसोलेशन वार्ड बेड, दो डायलिसिस बेड, दो एमसीएच बेड, दो इमरजेंसी बेड, एक लैब और दो ओटी का निर्माण किया जा रहा है।
4250 स्क्वायर मीटर एरिया में तीन मंजिला इमारत में यह सीसीयू निर्माण होगा। 25 करोड़ की लागत वाले इस यूनिट में 15.5 करोड़ रुपये यूनिट के निर्माण पर एवं 9.5 करोड़ रुपये इक्विपमेंट्स पर व्यय होना है।
पीठ पर गृहमंत्री ने किया अभिषेक : रविवार को गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में पीतांबरा रथयात्रा समिति की ओर से पीठ के पुजारी व सेवकों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
इस दौरान आयोजन में दिए गए योगदान के बारे में भी जानकारी दी गई। पीठ के अन्नपूर्णा भवन में उक्त आयोजन हुआ। इससे पहले गृहमंत्री डा.मिश्रा ने महाभारतकालीन वनखंडेश्वर महादेव का अभिषेक पूजन किया।
पीठ के 51 पंडितों द्वारा भगवान वनखंडेश्वर का विधिविधान से वैदिक मंत्रों के बीच अभिषेक कराया गया। इस दौरान काफी संख्या में समिति सदस्यगण मौजूद रहे।