दतिया : सरकार आपकी है, ललकार आपकी है और दरकार भी आपकी है। किसी भी अन्य भ्रम में मत आ जाना, समुद्र का पानी उतरता देख किनारे पर घर मत बना लेना, मैं फिर लौटकर आऊंगा, ये वादा है। गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा के इन जोशीले शब्दों को सुनकर उनके सहयोगी और समर्थक में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। यह बात शनिवार को दतिया के भाजपा कार्यालय में डा.मिश्रा द्वारा चुनाव के बाद जनता के आभार प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं के बीच कही।
आशा और उमंग बीजेपी के हर कार्यकर्ता में तब देखने को मिली जब उन्होंने मतगणना के अगले दिन अपने नेता के चेहरे पर मुस्कान देखी और डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने सबको आश्वस्त किया कि मेरा कार्यकर्ता कल भी मेरे लिए जान से प्यारा था और आज भी है. मेरे प्राण मेरे कार्यकर्ता में बसते हैं.
मैं ज्यादा समय शांत रहने वाला जीव नहीं हूँ : देश के बड़े नेता और बीजेपी के संकटमोचक माने जाने वाले डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने मतगणना के अगले दिन ही अपने कार्यकर्ता के साथ चर्चा की है. चुनावी परिणाम उनके पक्ष में न होने के बाद भी डॉ. मिश्रा ने अपने समर्थकों का जोश कम नहीं होने दिया और उनसे कहा है की “मैं ज्यादा समय शांत रहने वाला जीव नहीं हूँ” , “मैं लौट के आऊंगा यह वादा है”, इतना सुन पूरा हाल कार्यकर्ताओं के नारों और तालियों से गूंज उठा। वहां मौजूद लोगों के चेहरों पर चमक और मन में विश्वास की छलक साफ़ देखने को मिल रही थी.
डॉ.मिश्रा ने स्वीकार किया जनादेश : अपनी बात की शुरुआत डॉ.मिश्रा ने मां पीतांबरा को प्रणाम कर की। उन्होंने दतिया की जनता द्वारा लिए गए फैसले को स्वीकार किया है. साथ ही कहाकि इस बात की समीक्षा की जाएगी कि कहा कमी रह गई है.
डॉ.मिश्रा ने ग्रामीण और शहर की जनता का हाथ जोड़ कर आभार व्यक्त किया. साथ ही अपने शायराना अंदाज़ में कहाकि “क्या हार में, क्या जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं, कर्तव्य पथ पर जो भी मिला, यह भी सही वो भी सही”. उन्होंने कहाकि जहां कमी रह गई है वहां पर सुधार किया जाएगा.
पिछले चुनाव में भी पूरा किया था अपनी वापसी का वादा : साल 2018 के समय जहां पूरे प्रदेश में कांग्रेस की लहर की वजह से सरकार बन गई थी। उस वक़्त भी डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बडोनी के एक मंच से कहा था कि “कुछ ही देर की खामोशी है, फिर कानों में शोर आएगा, तुम्हारा तो सिर्फ वक्त आया है, हमारा दौर आएगा” । इसके बाद साल 2020 में बीजेपी ने फिर से प्रदेश में अपनी सरकार को बहुमत दिलाने में सफलता हासिल की थी. जिसमें डॉ.मिश्रा का अहम योगदान रहा था और वो दतिया में गृहमंत्री के रूप में लौटे थे.
अब देखना दिलचस्प होगा कि डॉ.नरोत्तम मिश्रा इस बार कौन सा कमाल करके दिखाते है.