Datia news : दतिया। शुक्रवार सुबह से शुरू हुआ कांग्रेस नेता का हाईबोल्टेज ड्रामा करीब 12 घंटे बाद जाकर शाम को खत्म हुआ। जब सेवढ़ा एसडीओपी अखिलेशपुरी की समझाइश के बाद महेश जाटव पानी की टंकी से उतरने को राजी हुआ। इसके बाद इस पूरे ड्रामे का अंत हो सका।
इंदरगढ़ में उस समय हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला जब एक कांग्रेसी नेता महेश जाटव पानी की टंकी पर चढ़ गए और वहां से कूदकर जान देने की धमकी देने लगे। इस दौरान कांग्रेस नेता ने पानी की टंकी पर अपनी मांगों का एक बैनर भी टांग रखा था। जिसमें नगर की प्रमुख समस्याएं लिखी थी।
सुबह छह बजे से शाम के छह बजे तक करीब 12 घंटे चले इस ड्रामे के बाद पुलिस की समझाइश पर महेश जाटव टंकी से सुरक्षित नीचे उतर आए।
बताया जाता है कि इससे पहले करीब एक साल पूर्व भी महेश जाटव अपने परिवार की समस्याओं को लेकर पानी की टंकी पर चढ़ गए थे। उस दौरान पुलिस प्रशासन एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों ने उन्हें समझाइश देकर नीचे उतरा था।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह करीब छह बजे अंदरबस्ती वार्ड क्रमांक दो में उस समय लोगों का जमावड़ा लग गया, जब उन्होंने पानी की टंकी पर कांग्रेस नेता महेश जाटव को चढ़े हुए देखा। कांग्रेस नेता टंकी के ऊपर से शोर मचा रहे थे। इस बात की खबर मौजूद लोगों ने इंदरगढ़ पुलिस को दी।
सूचना मिलने के बाद पुलिस और तहसीलदार मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने कांग्रेस नेता को टंकी से नीचे उतरने की समझाईश दी। लेकिन टंकी पर शोर शराबा मचा रहे कांग्रेस नेता का कहना था कि जब तक कलेक्टर या एसडीएम वहां आकर उनकी समस्याएं नहीं सुनते, तब तक वह नीचे नहीं उतरेंगे। पूरे दिन पानी की टंकी पर कांग्रेस नेता का हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा।
एसडीओपी की बात मानी : अपनी मांगों को लेकर हंगामा करने वाले कांग्रेस नेता महेश जाटव को उपस्थित लोगों ने भी समझाने का प्रयास किया। लेकिन वह नहीं मानें। उनका कहना था कि जब तक मांगें नहीं सुनी जाती वह भूखे प्यासे टंकी पर ही लटके रहेंगे। काफी देर बाद पुलिस ने भी उन्हें उतारने का प्रयास किया।
लेकिन वह जब नहीं मानें तो उन्हें सेवढ़ा एसडीओपी अखिलेशपुरी गोस्वामी ने मोबाइल पर फोन लगाकर बात की। उनके आश्वासन के बाद महेश माना गया और शाम छह बजे पानी की टंकी से नीचे उतर आया।