गांधीनगर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 8 से 10 जनवरी 2024 तक गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। 09 जनवरी को सुबह लगभग 9:30 बजे प्रधानमंत्री गांधीनगर के महात्मा मंदिर पहुंचेंगे, जहां वे वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। तत्पश्चात वे शीर्ष वैश्विक कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। दोपहर लगभग तीन बजे वे वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल ट्रेड शो का उद्घाटन करेंगे।
10 जनवरी को सुबह लगभग 9:45 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गांधीनगर के महात्मा मंदिर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे शीर्ष वैश्विक कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। तत्पश्चात प्रधानमंत्री गिफ्ट सिटी जाएंगे, जहां शाम लगभग 5:15 बजे वे ग्लोबल फिनटेक लीडरशिप फोरम में व्यापार जगत के प्रमुख लोगों के साथ चर्चा करेंगे।
वर्ष 2003 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की परिकल्पना की गई थी। आज वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट, समावेशी वृद्धि और सतत विकास के लिए व्यापक सहयोग, ज्ञान साझाकरण और रणनीतिक साझेदारी के लिए सबसे प्रतिष्ठित वैश्विक मंचों में से एक के रूप में विकसित हुआ है।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का दसवां संस्करण 10 से 12 जनवरी 2024 तक गुजरात के गांधीनगर में आयोजित किया जा रहा है। इसका विषय ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ (भविष्य का द्वार) है। शिखर सम्मेलन का यह दसवां संस्करण “सफलता के शिखर सम्मेलन के रूप में वाइब्रेंट गुजरात के 20 वर्षों” का उत्साह मनाएगा।
इस वर्ष के शिखर सम्मेलन में 34 भागीदार देश और 16 भागीदार संगठन भाग ले रहे हैं। इसके अतिरिक्त उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय, उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में निवेश के अवसरों को प्रदर्शित करने के लिए वाइब्रेंट गुजरात मंच का उपयोग करेगा।
शिखर सम्मेलन उद्योग 4.0, प्रौद्योगिकी और नवाचार, सतत विनिर्माण, ग्रीन हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिक गतिशीलता और नवीकरणीय ऊर्जा और स्थिरता की ओर परिवर्तन-जैसे विश्वस्तरीय प्रासंगिक विषयों पर सेमिनार और सम्मेलन सहित विभिन्न कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेगा।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल ट्रेड शो में कंपनियां विश्वस्तरीय अत्याधुनिक तकनीक से बने उत्पाद प्रदर्शित करेंगी। ट्रेड शो के कुछ फोकस सेक्टर-ई-मोबिलिटी, स्टार्ट-अप, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई), ब्लू इकोनॉमी, ग्रीन एनर्जी और स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर हैं।