Datia news दतिया । झगड़े में घायल हुए ग्रामीण की मौत के मामले ने सोमवार को तूल पकड़ लिया। घटना के संबंध में पुलिस कार्रवाई से नाखुश स्वजन ने स्टेट हाइवे पर थाने के सामने ही जाम लगा दिया। उनकी मांग थी कि घटना के सभी आरोपितों को नामजद कर हत्या का मामला दर्ज किया जाए। नाराज स्वजन शव के साथ सड़क पर करीब दो घंटे तक जाम लगाए रहे। जब पुलिस ने उनकी मांग मानी तब जाकर जाम खोला गया।
इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम बंडापारा में झगड़े में घायल ग्रामीण ठाकुरदास की इलाज के दौरान मौत हो जाने की घटना से नाराज स्वजन ने सोमवार दोपहर दो बजे दतिया-सेवढ़ा स्टेट हाईवे पर इंदरगढ़ थाने के सामने शव रखकर चक्काजाम कर दिया। नाराज स्वजन का आरोप था कि पुलिस ने इस मामले में सिर्फ एक आरोपित का नाम ही एफआईआर में लिखा था। जबकि घटना में तीन आरोपित शामिल थे।
स्टेट हाइवे पर लग गई वाहनों की कतार : करीब डेढ़ से दो घंटे जाम लगा रहने के कारण स्टेट हाइवे पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई और आवागमन अवरुद्ध रहा।
मौके पर पहुंचे नवागत टीआई उपेंद्र दुबे ने नाराज स्वजन को समझाईश दी। साथ ही एफआईआर में दो और आरोपितों के नाम जोड़कर मामला हत्या और हत्या के प्रयास की धाराओं में तब्दील करने पर स्वजन मानें और जाम खुल सका।
भाई ने लगाए तमाम आरोप : मृतक के भाई पप्पू जाटव के मुताबिक गत 30 दिसंबर को बंडापारा के ही कम्मोद सिंह ने अपने साथी विजयराम और अमर सिंह के साथ मिलकर उसके भाई ठाकुरदार को कुल्हाड़ी, सरिया और डंडों से मारपीट कर घायल कर दिया था। जिसकी रिपोर्ट इंदरगढ़ थाने में दर्ज कराई गई थी।
लेकिन पुलिस ने सिर्फ कम्मोद सिंह का ही नाम एफआईआर में दर्ज किया। जबकि उसके साथ विजयराम और अमर सिंह भी थे। इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही थी।
जबकि इस घटना में गंभीर रूप से घायल ठाकुरदास काे उपचार के लिए ग्वालियर रेफर किया गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद सोमवार को आरोपितों पर कार्रवाई की मांग को लेकर स्वजन शव लेकर थाने के सामने बैठ गए और जाम लगा दिया।