Datia news : दतिया। जिला जेल में सुबह टहलने के बाद जैसे ही कैदी शौच को गया उसकी तबियत बिगड़ गई। कैदी की मरणासन्न स्थिति को देखकर जेल कर्मियों के हाथपांव फूल गए। कैदी को आनन फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
कैदी की मौत की खबर जब जेल प्रशासन ने उसके परिजन को दी तो वह तत्काल अस्पताल पहुंच गए। जहां मृतक कैदी की बेटी ने जेल प्रशासन पर ही तमाम गंभीर आरोप लगा डाले।
स्वजन का कहना था कि मृतक का स्वास्थ्य खराब होने के बाद भी जेल प्रशासन ने उसे सही समय पर उपचार के लिए अस्पताल नहीं भेजा। ना ही स्वजन को उससे मिलने दिया गया।
स्वजन का आरोप था कि इस लापरवाही के कारण ही यह घटना घटित हुई है। जब मामला गरमाने लगा तो मौके पर जिला मजिस्ट्रेट सहित एसडीएम, तहसीलदार, एसडीओपी व दतिया कोतवाली पुलिस भी पहुंच गई। इसके बाद मृतक कैदी का पीएम कराने के बाद शव विधिवत पंचनामा बनाकर स्वजन को सौंप दिया गया।
शौच जाने के बाद बिगड़ी हालत : कैदी की मौत की घटना के बारे में जेल अधीक्षक ओपी पांडेय ने बताया कि 71वर्षीय कैदी विद्या यादव रोज की तरह सुबह उठकर टहल रहा था। इसके बाद वह शौचालय गया। जहां टायलेट में उसकी गर्दन झुकी देख दूसरे कैदी ने इस बारे में जेल स्टाफ को सूचना दी।

जिसके बाद मौके पर जेल कर्मियों ने पहुंचकर उसे तत्काल अस्पताल भेजने की व्यवस्था की। अस्पताल में जांच के दौरान चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृत कैदी सांस की बीमारी से ग्रस्त था। जिसका पूर्व में भी उपचार होना बताया गया है। समझा जाता है कि इसी बीमारी के चलते अटैक आने से उसकी जान चली गई।
बेटी ने लगाए गंभीर आरोप : मृतक कैदी विद्या यादव की छोटी लड़की हेमा यादव ने इस मामले में जेल प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतकैदी की बेटी के मुताबिक उसके पिता दिसंबर माह से दतिया जेल में सजा काट रहे थे। वह कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे। इसके चलते उनकी रिहाई की तारीख भी हाई कोर्ट ग्वालियर में अगले माह की लगी हुई थी। बेटी का आरोप था कि जेल कर्मी उसके पिता से मिलने नहीं देते थे।