रेत खदान पर काम करने वाला युवक नदी में डूबा : पांच घंटे बाद पहुंची रेस्क्यू टीम, शाम तक होती रही खोजबीन

Datia news : दतिया। रेत खदान पर काम करने वाला मजदूर युवक बुधवार सुबह नदी में नहाने के दौरान डूब गया। युवक की देर शाम तक रेस्क्यू टीम के गोताखोर तलाश करते रहे। लेकिन उसका पता नहीं चल सका। बताया जाता है कि जिस जगह हादसा हुआ, वहां रेत के खनन के कारण गहरा गड्डा था। सिंध नदी क्षेत्र में रेत खनन से बने गहरे जानलेवा गड्डों में बुधवार को यह हादसा हो गया।

घटना की खबर लगने पर ग्रामीण और युवक के स्वजन मौके पर पहुंचे। लेकिन उसे निकाल पाने में असफल रहे। वहीं घटना के करीब पांच घंटे बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। जिसके बाद गोताखोरों ने नदी में डूबे युवक की तलाश शुरू की। देर शाम तक युवक की तलाश की जाती रही। लेकिन उसका पता नहीं लग सका। गुरुवार सुबह फिर से आपदा टीम रेस्क्यू के लिए नदी क्षेत्र में उतरेगी।

जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह 11 बजे रुहेरा निवासी दीपेंद्र सिंह पुत्र राम अवतार जाटव सिंध नदी में नहाने गया था। जहां वह अचानक डूब गया। ग्रामीणों को जब इसकी सूचना मिली तो काफी संख्या में लोग वहां पहुंचे। जिस जगह पर युवक डूबा, वह अधिक गहराई में होने के कारण लोग कुछ नहीं कर सके। इस घटना को लेकर ग्रामीणों में खासा रोष नजर आया।

Banner Ad

गहरे गड्ढे में डूबने से हुआ हादसा : युवक दीपेंद्र के नदी में डूब जाने की घटना के बाद स्वजन गहरे सदमे में आ गए। मृतक के पिता राम अवतार का कहना था कि उनका बेटा शिवा कार्पोरेशन द्वारा चलाई जा रही खदान पर एलएनटी मशीन में हेल्पर का कार्य करता था।वह यही रहता था और इसीलिए नहाने धोने के लिए अक्सर नदी पर ही जाता था। बुधवार को भी वह नहाने गया था। लेकिन इस बार वह लौटकर नहीं आया।

दूसरी ओर जनपद सदस्य का कहना था कि लिफ्ट मशीन और पनडुब्बी द्वारा बड़े-बड़े गहरे गड्ढे नदी क्षेत्र में कर दिए गए हैं। 40-40 फीट गहरे इन गड्डों में डूबकर अक्सर लोगों की मौत हो जाती है। चार महीने पहले भी यहां वारदात हुई थी। हर वर्ष तीन-चार लोगों की मौत होती है। वह कई बार मशीनों को हटवाने के लिए अधिकारियों से निवेदन कर चुके हैं पर किसी के द्वारा कोई सुनवाई नहीं की जाती। अब इस घटना के बाद पूरा गांव आंदोलन करेगा।

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter