Datia news : दतिया । एक पिता ने ही अपने पुत्र का अपहरण कर लिया। उसकी पत्नी और बेटा उसे छोड़कर अन्य व्यक्ति के साथ रहने लगे थे। जिसके चलते उसने यह हरकत कर डाली। शुक्रवार को भांडेर में स्टेट बैंक परिसर क्षेत्र में उस समय अफरा तफरी मच गई जब दोपहर ढाई बजे दो लोग एक 10 वर्षीय किशोर को जबरन बाइक पर बैठकर ले गए। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम के घटित होने पर वहां मौजूद लोग बाइक सवारों के पीछे भी दौड़े, लेकिन वह तब तक दूर जा चुके थे।
इसके बाद मौके पर मौजूद लोग तत्काल वहीं नजदीक स्थित एसडीओपी कार्यालय पहुंचे और एसडीओपी कर्णिक श्रीवास्तव को किशोर के अपहरण के मामले से अवगत कराया गया। सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल सक्रिय हुई और एसडीओपी के अलावा थाना प्रभारी भांडेर डा.मोनिका मिश्रा घटनास्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने जानकारी जुटाने का प्रयास किया।
पुलिस को पता चला कि अपहरणकर्ता दतिया रोड की तरफ भागे हैं। इस पर तत्काल उन तक पहुंचने के प्रयास शुरू हुए।इस बीच पुलिस को पूछतांछ में पता चला कि जिस बच्चे को बाइक सवार बैठाकर ले गया है,वह उसका ही पिता है।
इस जानकारी के बाद पुलिस ने अपहृत बच्चे की मां और उस व्यक्ति को थाने बुलाया, जिसके साथ वह बच्चा रहता था। पुलिस ने बच्चे की मां से अपहरणकर्ता पिता को फोन लगवाकर किसी तरह वहां बुलवाया। जैसे ही पिता आया पुलिस ने बच्चे को बरामद कर, सारे मामले का खुलासा कर लिया।
इसलिए पिता ही बन गया किडनेपर : शुक्रवार को घटित दिनदहाड़े अपहरण मामले में बच्चे का अपहरणकर्ता उसका पिता अक्षय पटेल निवासी कोंच जिला जालौन उप्र निकला। इस मामले में जो जानकारी मिली उसके अनुसार अक्षय पटेल अपनी पत्नी रीता व दस वर्षीय बेटे मयंक के साथ कोंच में रहता था। वहीं अक्षय का एक दोस्त अनूप भी कोंच में उसके मकान के पास ही निवास करता था। अनूप का अक्षय के यहां आना जाना था।
अनूप के अनुसार, उसके दोस्त अक्षय की प्रताड़ना से उसकी पत्नी रीता परेशान थी, जिसने उससे मदद मांगी। जिसके बाद करीब सात-आठ महीने पहले पति अक्षय को छोड़कर रीता मय अपने बेटे मयंक के साथ अनूप के पास आ गई। जिसके बाद अनूप ने कोंच छोड़ दिया। विगत कुछ महीने से अनूप सरसई रोड स्थित एक मकान किराए से लेकर स्टेट बैंक के पास मोमोस, चाउमीन बेचने का ठेला लगाता था। जिसके माध्यम से वह अपना और रीता व उसके बच्चे का भरणपोषण करने लगा। जबकि इन दोनों का विवाह नहीं हुआ था और ना ही रीता-अक्षय के बीच तलाक हुआ।
शुक्रवार को जब हर रोज की तरह अनूप अपने ठेले पर काम कर रहा था। तभी उसके साथ अक्षय का बेटा मयंक भी खड़ा था। इसी बीच अक्षय अपने एक साथी के साथ बाइक से भांडेर पहुंचा और अपने बेटे मयंक को जबरन पकड़कर बाइक की ओर ले गया। जहां जब बच्चे ने शोर मचाया तो अक्षय उसे बाइक पर बैठाकर ले भागा। यह सारा नजारा आसपास के लोगों ने देखा तो उन्होंने बच्चे के अपहरण की खबर तत्काल पुलिस तक पहुंचा दी।