Datia news : दतिया । बड़ौनी थाना क्षेत्र के बड़गोर में डाइनामाइट के ब्लास्ट में दो युुवकों के परखच्चे उड़ गए। इस दर्दनाक हादसे में जहां एक युवक का शरीर पूरी तरह झुलसकर काला पड़ गया वहां दूसरे की सांसे चलती देख उसके स्वजन उपचार के लिए लेकर दौड़े, लेकिन ग्वालियर ले जाते समय रास्ते में उसने भी दमतोड़ दिया।
इधर घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची बड़ौनी पुलिस ने मृतक का शव पीएम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। पुलिस घटना की जांच कर रही है। आसपास के लोगों के मुताबिक पुल के पास पत्थर तोड़ने के लिए लगे डाइनामाइट की छेड़छाड़ करने के कारण यह बड़ा हादसा हो गया।
बता दें कि वर्ष 2021 में सिंध नदी में आई बाढ़ में बड़गोर पुल गिर गया था। जिसका निर्माण कार्य इसी वर्ष शुरू हुआ। इस पुल के पिलर खड़े करने के लिए वहां पत्थर हटाने और गड्ढे के लिए ब्लास्टिंग की जा रही थी।
तभी यह हादसा हो गया। घटना के बारे में बड़ौनी थाना प्रभारी रमेश शाक्य का कहना है कि मौके पर पुलिस ने पहुंचकर छानबीन की है। मामले की जांच की जा रही है।
डाइनामाइट से छेड़छाड़ से गई जान : जानकारी के अनुसार बड़गोर में बन रहे पुल के निर्माण के दौरान बड़े पत्थरों को तोड़ने के लिए डाइनामाइट का उपयोग किया जा रहा है। इस दौरान वहां काम करने वाले मजदूर राधे पुत्र कल्लूराम कुशवाहा निवासी दाबरभात करैरा ने पत्थरों को तोड़कर गड्ढे के लिए विस्फोटक लगाया हुआ था।
इसी बीच वहां युवक गोविंद सिंह कंजर पुत्र जोकरिया कंजर निवासी बसई डेरा भितरवार भी पहुंच गया। राधे और गोविंद की आपस में जान पहचान थी। गोविंद के यहां रिश्तेदार आने वाले थे, जिनके लिए वह नदी से मछली मारकर ले जाना चाहता है।
इसके लिए उसने वहां लगे डायनामाइट से कुछ विस्फोटक निकालने की कोशिश की, जिसके चलते तेज आवाज के साथ धमाका हुआ और गोविंद के परखच्चे उड़ गए। इस विस्फोट में मजदूर राधे भी गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसकी भी मौत हो गई।
चारों तरफ बिखर गए शरीर के अंग : हादसा इतना गंभीर था कि विस्फोट के बाद गोविंद के शरीर के चिथड़े हाे गए। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल पर बिखरे पड़े मृतक के शरीर के अंगों को समेटना पड़ा। बताया जाता है कि मृतक अपने भाई के साथ नदी क्षेत्र पर आया था। जहां ब्लास्ट होने से वह शिकार बन गया।