Datia news : दतिया। पांच सौ रुपये का नकली नोट बैंक कर्मचारियों ने उस समय पकड़ लिया जब एक आनलाइन संचालक उसे जमा करने पहुंचा। नोट नकली निकलने पर आनलाइन संचालक के होश उड़ गए। इसके बाद उसने इसकी सूचना पुलिस को देने का निश्चय किया। ग्रामीण क्षेत्र में नकली नोट चलन में होने को लेकर आमजन को सतर्क करने की आवश्यकता है। ताकि ऐसी फेक करेंसी पकड़ी जा सके।
नगर के राजमाता चौराहे के पास संचालित एक आनलाइन सेंटर के संचालक सतेंद्र कुमार योगी को कोई व्यक्ति दो दिन पहले पांच सौ रुपये का एक नकली नोट थमा गया। नोट नकली होने की जानकारी सतेंद्र को तब लगी जब वह कैश जमा करने बैंक पहुंचे। वहां बताया गया कि उक्त नोट नकली है।
पीड़ित ने सतेंद्र ने बताया कि वह करीब सात-आठ साल से आनलाइन दुकान चला रहा है। इससे पहले कभी भी ऐसा हादसा उसके साथ नहीं हुआ। यह पहला मामला है जब उससे इस प्रकार की धोखाधड़ी हुई है। अब वह इस मामले में पुलिस को भी आवेदन देने वाले हैं।
बता दें कि कुछ समय पहले झांसी पुलिस ने नकली नोट रैकेट का पर्दाफाश कर कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था। जिनमें से एक युवक काजीपाठा मोहल्ला भांडेर तथा दूसरा युवक भांडेर अनुभाग के बरचौली का रहने वाला था। ये लोग तीस हजार रुपये के बदले सामने वाली पार्टी को एक लाख रुपये मूल्य के पांच सौ रुपये के नकली नोट मौके पर ही प्रिंटर से निकाल कर देते थे। ऐसे में संभावना है कि भांडेर में ऐसे कई और नकली नोट चलन में हो सकते हैं।
जो नकली नोट सतेंद्र को दिया गया, पहली दृष्टि में वह असली ही प्रतीत होता है। लेकिन जब उसे बारीकी से देखें तो उसमें कुछ चीजें नोट को नकली साबित करती हैं। पहली कि वह असली नोट से आकार में कुछ छोटा है। दूसरी कागज में अंतर है। तीसरी उसके वाटर मार्क पर गांधी की छवि नहीं दिखती, चौथी छपाई भी डार्क है।