Datia news : दतिया । जिस तरह से शिक्षित होकर हम अपने अधिकारों की प्रति जागरुक हो रहे हैं, ठीक उसी प्रकार से राजनीति पर कब्जा करके हम अपने हक अधिकार भी ले सकते हैं। इसके लिए जरुरी है कि अपना विधायक, अपना सांसद चुनें, ना कि पार्टियों की मानसिकता की गुलामी में जकड़े रहें। यह बात किसान नेता व दलित पिछड़ा समाज संगठन के प्रमुख दामोदर सिंह यादव ने ग्राम गिरवासा में महात्मा फुले की प्रतिमा अनावरण समारोह के दौरान कही।
इस मौके पर गुमानपुरा, मंगरोल, ग्यारा, बघावली, डिरोलीपार, रसूलपुरा से काफी संख्या में आए ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए दामाेदर सिंह यादव ने कहाकि हमारे देश में जब भी संविधान की बात आती है तो बाबा साहब को याद किया जाता था और बाबा साहब अपना गुरु महात्मा फुले को मानते थे।
महात्मा फुले ने भी अपने जीवन में इतने महानता के कार्य किए थे कि अगर महात्मा फूले नहीं होते तो बाबा साहब का होना भी मुश्किल था। अगर बाबा साहब नहीं होते तो कांशीराम साहब का होना मुश्किल था और कांशीराम साहब नहीं होते तो सुखलाल कुशवाहा का होना मुश्किल था। ये वह महापुरुष है जो गरीब की आवाज बने, कमजोरों का सहारा बनें और संविधान की रक्षा के लिए सबसे बड़े सेनापति बनें।
यादव ने कहाकि मेरा मानना है कि जब हम बाबा साहब के संविधान से चलते हैं तो हमें राजनीति का आधार धर्म और जाति न बनाकर मानवता बनाना चाहिए।
यादव ने कहा कि सेवढ़ा क्षेत्र में संविधान वादी विचारधारा बहुत मजबूत है और दो लाख मतदाता ऐसे हैं जो संविधान को पसंद करते हैं। लेकिन फिर भी जब विधानसभा का चुनाव आता है तो सामंतवादी या बड़े-बड़े व्यापारी चुनाव जीत जाते हैं।
प्रतिमा का किया अनावरण : ग्राम गिरवासा में महात्मा फुले की मूर्ति का दामोदर यादव द्वारा अनावरण किया गया। तत्पश्चात सभा का भी आयोजन हुआ। इस अवसर रामकिशोर यादव अखिलेश यादव, गिरवास सरपंच नारायण कुशवाहा, अंगद कुशवाहा, केशव सिंह यादव, बाल बहादुर बघेल करू यादव, केदार कौरव सहित ग्रामवासी मौजूद रहे।