Datia news : दतिया। राजगढ़ किले से बारिश के दौरान दीवार ढहने की सिलसिला जारी है। बुधवार की बारिश में एक बार फिर राजगढ़ के पास बने पुराने बेयर हाउस की दीवार ढह गई। जिससे वहां रखे वाहन पर मलबा गिर पड़ा। गनीमत यह रही कि उस समय आसपास कोई नहीं था। किले से सटी बस्ती में बने मकानों के खतरे की जद में होने से अब इनको चिंहित करने का काम शुरू होगा। इसके लिए अधिकारी दो दिन सर्वे करेंगे। इसे लेकर कलेक्टर ने आदेश जारी कर दिए हैं।
गत 12 सितंबर को रर के टूटकर एक मकान पर गिरने से सात लोगों की जान चली गई थी। जिसके बाद से इस क्षेत्र खतरे की आशंका को देखते हुए प्रशासन लगातार सतर्कता बरत रहा है।
बारिश को देखते हुए एक बार फिर प्रशासन हरकत में आया और मंगलवार रात को ही राजगढ़ किले के पास बनी प्राचीन दीवार रर किनारे बने मकानों में रहने वाले लोगों से घर खाली कराए गए।
उन्हें सुरक्षित अन्य स्थानों पर भेजा गया। जहां उन लोगों ने जैसे तैसे रात काटी। इधर बुधवार सुबह से ही कलेक्टर संदीप कुमार माकिन अधिकारियों के साथ राजगढ़ चौराहा क्षेत्र पहुंचे।
जहां उन्होंने स्वयं जाकर जर्जर घरों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर मकानों में ताले डलवाए। इस दौरान कुछ जर्जर मकानों को ढहाने की भी कार्रवाई की गई।
रर क्षेत्र के जर्जर मकान कराए गए खाली : इधर बारिश के कारण पुरानी दीवार ढहने की आशंका के चलते कलेक्टर संदीप कुमार माकिन ने आदेश जारी कर एसडीएम एवं सीएमओ नगरपालिका को दतिया शहर में रर क्षेत्र से सटे हुए ऐसे मकान जो जर्जर स्थिति में है, उनका दो दिवस में सर्वे कर चिंहित करने को कहा है।
वहीं पूर्व में चिंहित स्थानों एवं नए सिरे से सर्वे करने के लिए चिंहित स्थानों पर पुलिस एवं प्रशासन की तत्काल सहायता ली जाएगी। वहीं उक्त मकानों को रिक्त कराकर वहां अपना ताला डालने तथा वहां रहने वाले परिवारों को अस्थाई रूप से ठहराए जाने की शुरुआत हो गई है। इनके खान-पान, चिकित्सा आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने की हिदायत भी कलेक्टर ने दी है।