Datia news : दतिया। हथियारों का सौदागर विक्रम परमार बड़ौनी में सराफा कारोबारी से की गई लूट का मास्टर माइंड निकला। इसीने ने लूट का प्लान बनाया और इस काम में अपने साथियों को लगा दिया।
मजेदार बात यह रही कि लूट करने के लिए विक्रम खुद नहीं गया। उसके साथी ही दो पल्सर बाइकों से सवार होकर लूट करने पहुंचे थे। जो घटना को अंजाम देकर भाग निकले थे।

लाखों की लूट का मास्टर माइंड अंतर्राष्ट्रीय स्तर का हथियार तस्कर निकला। जो नेपाल से हथियारों की तस्करी करने के मामले में भोपाल जेल में बंद रह चुका है। जहां वह 18 पिस्टल की तस्करी के मामले में एसटीएफ द्वारा पकड़ा गया था। वहीं से छूटकर आने के बाद उसने बड़ौनी में बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया।

पुलिस ने विक्रम सहित उसके तीन साथियों को दबोच लिया है। पकड़े गए बदमाशों के कब्जे से लूटा गया सौ ग्राम सोने और साढ़े दस किलो चांदी के जेबरात भी बरामद कर लिए गए हैं।
कुल बरामद मशरुका 20 लाख के करीब आंका गया है। जबकि अभी भी 20 ग्राम सोने और दो किलो चांदी के जेबरातों की बरामदगी के लिए पुलिस जुटी है। जो फरार बदमाशों के पास मिलने की संभावना है। लूट के मामले में अभी दो बदमाश फरार हैं। जिनकी तलाश के लिए पुलिस टीम गुजरात भेजी गई हैं।
मंगलवार को एसपी वीरेंद्र मिश्रा ने पुुलिस कंट्रोल रुम में करते हुए उक्त जानकारी दी। इस दौरान एएसपी सुनील शिवहरे, एसडीओपी बड़ौनी विनायक शुक्ला, एसडीओपी भांडेर कर्णिक श्रीवास्तव, कोतवाली टीआई धीरेंद्र मिश्रा,
बड़ौनी थाना प्रभारी दिलीप समाधिया, सोनागिर थाना प्रभारी संतोष भार्गव व पंडोखर प्रभारी रिपुदमन राजावत मौजूद रहे। उक्त एसआईटी टीम आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दिन रात लगी रही।
घटना के संबंध में एसपी मिश्रा ने बताया कि गत एक मार्च को पल्सर बाइक सवार बदमाशों ने योजनाबद्ध ढंग से सराफा कारोबारी ऋषभ सोनी की आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर उसके पैर में गोली मार दी और जेबरात से भरा बैग छीन ले गए थे। बैग में 250 ग्राम सोने के और 17 किलो चांदी के जेबरात थे।
घटना के बाद एसआईटी टीम ने साइबर सेल की मदद से 100 से अधिक कैमरों के फुटेज की जांच की। इस दौरान चंबल संभाग आईजी सुशांत सक्सेना और डीआईजी कुमार सौरभ ने भी घटना स्थल का निरीक्षण कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए 30-30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
लाल और काली पल्सर बनी मददगार : लूट की इस बड़ी घटना में बदमाश लाल और काले रंग की दो पल्सर बाइक पर सवार होकर आए थे। जिनकी फुटेज खंगाले गए सीसीटीवी कैमरों में पुलिस के हाथ लग गए।
जबकि बदमाशों के चेहरे फुटेज में साफ नहीं दिख रहे थे। ऐसे में पुलिस टीम दोनों पल्सर की खोजबीन में जुट गई। इसमें से लाल पल्सर के बारे में जब मुखबिर से जानकारी मिली तो पुलिस घटना के मास्टर माइंड विक्रम राज परमार पुत्र रघुवर ठाकुर निवासी उदगवां थाना जिगना तक पहुंचने में सफल हो गई।
जिसे दबोचते ही सारे मामले की परतें खुलने लगी और लूट की घटना को अंजाम देने वाले उसके साथी भी पुलिस ने खेतों से पकड़ लिए। घटना में शामिल मद्दू उर्फ कृष्णपाल पुत्र माधव ठाकुर, नरेंद्र पुत्र मंशाराम जाटव, संजू पुत्र राजेंद्र ठाकुर सभी निवासीगण काली पहाड़ी थाना जिगना को गिरफ्तार कर लिया गया।
जबकि कारोबारी पर गोली चलाने वाले बदमाश अनिल योगी और जय निवासी बांसखेड़ा गुजरात अभी भी फरार हैं।