Datia news : दतिया। मंगलवार को दिन में हुए तेज धमाकों की दहशत से शाम तक शहरवासी सहमे दिखे। इन धमाकों के बारे में जानने के लिए सभी उत्सुक थे। लेकिन प्रशासन के पास भी इसे लेकर कोई सटीक जानकारी नहीं थी। यह धमाके वायुसेना के हवाई प्रशिक्षण के दौरान होने की बात सामने आई है।
सबसे बड़ी बात यह कि धमाकों की आवाज दतिया ही नहीं आसपास के तीस किमी के दायरे में गूंजी। जिसके चलते गोराघाट और भांडेर में भी एक ही समय में यह धमाके सुने गए। जिनसे मकानों की दीवारें खिड़कियां हिल गई। आसमान में हवाई प्रशिक्षण के दौरान धमाके होने के कारण ही इनकी गूंज इतने लंबे क्षेत्र में सुनाई दी।

दतिया में पहली बार मंगलवार को हुए रहस्यमयी तेज धमाकों ने आसपास के करीब 30 किमी के इलाके को गूंजाकर रख दिया। दो बार हुए धमाकों से शहर की इमारतें तक हिल गई। कई घरों की दीवारों में दरार आ गई।

तीन मंजिला भवनों में रहने वाले लोग तो दहशत में आकर घर से बाहर निकलकर मैदान में आगए। लेकिन शाम तक इन धमाकों को लेकर कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी।
वहीं पुलिस का मानना है कि वायुसेना के प्रशिक्षण के दौरान सुपर सोनिक विमानों की तेज आवाज ही इन धमाकों का कारण हो सकती है। सुपर सोनिक विमान की गति ध्वनि से भी तेज होने के कारण अक्सर उनके गुजरने से तेज वेक्यूम बनता है, जो धमाके के साथ कंपन पैदा करता है।
इधर स्थानीय कृषि अनुसंधान के मौसम केंद्र से भी जानकारी ली गई तो वहां भी इस तरह की किसी गतिविधि को लेकर अनभिज्ञता जताई गईं। लेकिन तेज धमाके वहां भी सुने जाने की पुष्टि की गई।
ऐसा लगा जैसा भूकंप आ गया हो : इस दौरान शहर में सहित आसपास के क्षेत्र में सबसे पहले तेज धमाका सुबह 11 बजकर 27 मिनिट पर सुना गया। इसके कुछ देर बाद ही एक और धमाका हुआ।
यह दोनों धमाके कुछ देर के अंतराल में होने से बाजार सहित गली मोहल्लों में लोग दहशत में आ गए। कुछ देर के लिए इमारतों में कंपन होने से लोगों को लगा जैसे तेज भूकंप आया हो, लेकिन इस दौरान जब तेज बम धमाके जैसी आवाज आई तो स्पष्ट हुआ कि इसके पीछे की वजह कुछ और है।
इधर शहर में धमाकों के कारण तिगैलिया, टाउनहाल, किला चौक, तलैया मोहल्ला, बड़ा बाजार आदि में दुकानदार भी चिंता में पड़ गए। दुकानदार सड़कों पर निकलकर धमाकों की वजह जानने में लगे रहे।
वायुसेना प्रशिक्षण की बात आई सामने : बताया जाता है कि झांसी हाइवे पर नेपाली ढावे के आगे खुले बड़े मैदान में वायुसेना का कैंप चल रहा है। संभावना है कि वहां से ही कोई हवाई प्रशिक्षण के दौरान गतिविधि संचालित हुई हो।
जिसके के कारण यह स्थिति बनी है। बता दें कि मार्च 2022 में भी दतिया जिले के रतनगढ़ माता जंगलों में भी वायुसेना के प्रशिक्षण के दौरान जमकर धमाके सुनाई दिए थे। इस दौरान विमानों से बम गिराने के प्रशिक्षण के कारण कई किमी दूर तक धुएं के गुबार भी दिखाई दिए थे। उस दौरान ग्वालियर के गिजौरा क्षेत्र में वायुसेना का कैंप लगा था।