Datia news : दतिया। किसी भी लोन के लिए बैंक के गारंटर सोच समझकर बनें, क्योंकि लोन की राशि न चुका पाने की स्थिति में यही गारंटी घर से भी बेदखल कर सकती है। ऐसा ही हाल दतिया में कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष का हुआ। युवा नेताजी ने वेयर हाउस के लिए अपने पार्टनर के साथ मिलकर बैंक से सवा करोड़ का लोन लिया था। जिसके बदले में उन्होंने अपना दो मंजिला घर गारंटर के तौर पर बैंक के पास रखा था।
जब लोन चुकाने की अवधि पूरी होने के बाद भी राशि बैंक को नहीं मिली तो उसने बड़ी कार्रवाई कर डाली। जिसके बाद नेताजी काे परिवार सहित घर से बेदखल कर दिया गया।

सोमवार को कांग्रेस नेता ब्रजमोहन शर्मा के हनुमान गढ़ी के पास स्थित मकान को इंडियन ओवरसीज बैंक ने कब्जा में ले लिया। कार्रवाई के समय बैंक अधिकारी, तहसीलदार और कोतवाली पुलिस मौजूद रही।

इस कार्रवाई का कांग्रेस नेता ने विरोध किया। वह कुछ देर के लिए परिवार के लोगों के साथ ताला बंद मकान के बाहर धरने पर भी बैठे।
कार्रवाई करने पहुंचे बैंक अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2013 में जय अंबे वेयर हाउस के मालिक दीप तिवारी को सवा करोड़ रुपये का ओवरसीज बैंक ने लोन दिया था। इस लोन के गारंटर ब्रजमोहन शर्मा थे।
उस दौरान उन्होंने गारंटी के तौर पर अपना मकान बैंक के पास रखा था। शर्मा इस वेयर हाउस में पार्टनर भी थे। बैंक अधिकारियों के अनुसार वेयर हाउस का लोन न चुकाए जाने के कारण ब्रजमोहन शर्मा के 28 लाख रुपये के अनुमानित कीमत के मकान को बैंक ने निर्धारित नियम के अनुसार कब्जे में लिया है। बैंक के मुताबिक वेयर हाउस पर अभी भी 50 लाख रुपये का लोन बकाया रह जाएगा।
वहीं कांग्रेस नेता ब्रजमोहन शर्मा ने इस कार्रवाई को नियम विरुद्ध बताया। उनका कहना था कि उनके मकान की वर्तमान कीमत 93 लाख रुपये है और मामला जबलपुर हाईकोर्ट में विचाराधीन है।
शर्मा का आरोप था कि उन्हें बिना नोटिस दिए मकान खाली कराया जा रहा है। जबकि नियमानुसार 15 दिन पहले नोटिस दिया जाना चाहिए था। इस कार्रवाई के बाद अब वे अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ सड़क पर आ गए हैं।