रायपुर : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली स्थित एम्स ट्रॉमा सेंटर का दौरा कर छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर नक्सल विरोधी अभियान में घायल हुए सुरक्षाकर्मियों से मुलाकात की। यह अभियान हाल ही में करेगुट्टा पहाड़ियों में चलाया गया था, जिसमें सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को ढेर किया था।
नक्सलवाद के विरुद्ध निर्णायक अभियान
गृह मंत्री ने इस अभियान को नक्सलवाद के खिलाफ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए कहा कि सुरक्षाबलों की वीरता और रणनीतिक कौशल के कारण यह बड़ी सफलता संभव हो सकी। यह ऑपरेशन लगातार 21 दिनों तक चला और क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों को करारा जवाब दिया गया।
घायल जवानों को दिया गया भरोसा
AIIMS में घायल जवानों से मुलाकात के दौरान अमित शाह ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और उन्हें आश्वासन दिया कि देश उनकी कुर्बानी और समर्पण को कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने कहा, “देश को आप पर गर्व है और हम सभी आपके साथ खड़े हैं।”

गृह मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है और सुरक्षाबलों को हर स्तर पर समर्थन दिया जाएगा।
सामाजिक मीडिया पर भी जताई सराहना
गृह मंत्री ने ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट करते हुए लिखा,
“हमारे सुरक्षा बल अपनी वीरता से नक्सलवाद का नामोनिशान मिटा रहे हैं। करेगुट्टा पहाड़ियों में घायल सुरक्षाकर्मियों से मिलकर उनका हौसला बढ़ाया। देश को इन वीर जवानों पर गर्व है।”
नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों की यह सफलता दर्शाती है कि भारत अब आंतरिक सुरक्षा के मामलों में अधिक सुदृढ़ और संगठित रूप से कार्य कर रहा है। गृह मंत्री की यह मुलाकात न केवल घायल जवानों के मनोबल को बढ़ाती है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि राष्ट्र उनके साथ है।