Datia news : दतिया। निचरौली के जंगल में गुरुवार को तस्करों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर डाली। जिसके कारण पूरा जंगल गोलियों की आवाज से गूंज उठा। अचानक हुए इस हमले से वन विभाग की टीम में शामिल कर्मचारी उल्टे पांव भागे। तस्कर रुक-रुककर लगातार फायरिंग करते रहे। जिसके कारण मौके पर पुलिस बल को बुलाया गया।
देर रात अभी पुलिस बल जंगल की सर्चिंग कर रहा है। रात के अंधेरे में गाडियों की हैडलाइट का सहारा लिया जा रहा है। इधर तस्करों ने लकड़ी का सबूत मिटाने के लिए उसमें आग लगा दी। जिसकी तेज लपटें दूर तक नजर आई।
दतिया रेंजर विनीता रघुवंशी ने बताया सिविल लाइन थाना क्षेत्र निचरौली के जंगल में खैर की लकड़ी की तस्करी की जा रही थी। वन विभाग को इसकी सूचना मिली तो टीम मौके पर पहुंची।
जहां खैर की लकड़ी और एक ट्रक खड़ा मिला। अमले ने आसपास सर्चिंग की तभी अचानक फायरिंग शुरु हो गई। अचानक हुए हमले के कारण अमले को वहां से भागना पड़ा।
बदमाशों ने जंगल के भीतर से कई राउंड फायरिंग की तो उसकी आवाजें दूर तक सुनाई देने लगी। ग्रामीणों के मुताबिक शाम के अंधेरे का लाभ उठाकर तस्करों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की। जिसके बाद इस घटना की सूचना पुलिस व वरिष्ठ अधिकारियों को वन विभाग की ओर से दी गई।

एएसपी सुनील शिवहरे ने बताया कि तस्कर की संख्या अधिक होने की आशंका के चलते पुलिस ने पूरे जंगल को चारों ओर से घेर लिया है और फोर्स लगातार कार्रवाई में जुटा है।
एसडीओपी प्रियंका मिश्रा और पुलिस मौके पर मौजूद है। आरोपितों की गिरफ्तारी जल्दी की जाएगी। फिलहाल पुलिस की ओर से अभी जबाबी फायरिंग के बारे में कोई पुष्टि नहीं की गई है।
इधर बताया जाता है कि निचरौली के जंगल में खैर के पेड़ अधिक नहीं हैं। ऐसे में आशंका है कि बदमाश पड़ौसी जिलों से लकड़ी चोरी छुपे यहां लाते हैं। फिर ट्रक में लोड कर उसकी तस्करी की जाती है। रात में भी पुलिस जंगल में सर्चिंग पर डटी हुई है।