ब्रासीलिया, 6 जून 2025 – ब्राज़ील की राजधानी ब्रासीलिया में 4 और 5 जून को आयोजित 11वें ब्रिक्स संसदीय फोरम सम्मेलन में भारत सहित 10 सदस्य देशों की संसदों ने एक स्वर में आतंकवाद की निंदा की और इसके विरुद्ध “ज़ीरो टॉलरेंस” नीति अपनाने पर व्यापक सहमति जताई। भारत का प्रतिनिधित्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उच्च स्तरीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ किया।
आतंकवाद पर भारत की पहल को मिला वैश्विक समर्थन : सम्मेलन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), वैश्विक व्यापार, सुरक्षा और अंतर-संसदीय सहयोग जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई। भारत ने आतंकवाद के मुद्दे पर ठोस और निर्णायक रुख अपनाते हुए हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। भारत की इस नीति को सभी सदस्य देशों का समर्थन मिला और इसे संयुक्त घोषणापत्र में स्थान दिया गया।
श्री बिड़ला ने कहा कि वैश्विक शांति के लिए आतंकवाद के खिलाफ एकजुट प्रयास और समन्वय जरूरी है। उन्होंने आतंकवादी संगठनों को मिलने वाली आर्थिक सहायता रोकने, खुफिया जानकारी साझा करने और न्यायिक सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर दिया।
भारत करेगा अगली बैठक की मेज़बानी : सम्मेलन के अंत में घोषणा की गई कि 12वां ब्रिक्स संसदीय फोरम सम्मेलन भारत में आयोजित किया जाएगा और इसकी अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला करेंगे। भारत अब इस मंच के जरिए वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएगा।
प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख सांसद रहे शामिल : भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, सांसद सुरेंद्र सिंह नगर, विजय बघेल, विवेक ठाकुर, डॉ. शबरी बैरेड्डी और लोकसभा व राज्यसभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने भारत की ओर से विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर स्पष्ट और सशक्त दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
