एक दिन में प्रशासन के दो बड़े फैसले : स्कूल की छत गिरी तो तत्काल एक्शन प्रभारी को थमाया सस्पेंड आर्डर, इधर मुरिया में मुक्तिधाम का काम कराया शुरु

Datia news : दतिया। पिछले चार दिनों में उन कामों पर प्रशासन ने अहम फैसले लिए जो लंबे अर्से से ठंडे बस्ते में पड़े थे। अतिक्रमण हटाने के लिए नपा काे फ्रीहेंड देने के बाद लाला के ताल और तरन तारन ताल के बीच खोदे गए रास्ते को सही कराने के साथ जलनिकासी के प्रबंध 15 दिन में करने की ताकीद और अधिकारियों को पीतांबरा नगरी में पदस्थी का अहसास दिलाना शामिल है। वहीं बड़ी समस्याओं के निराकरण और दुर्घटनाओं को लेकर संबंधित को जिम्मेदार ठहराते हुए तत्काल कार्रवाई की गई।

शनिवार को भांडेर अनुभाग के मैथानापाली स्थित स्वतंत्रपुरा डेरा के प्राइमरी स्कूल की छत ढह जाने की घटना को कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े ने गंभीरता से लिया। उन्होंने शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों को साफ शब्दों में चेतावनी दी कि जर्जर भवनों में बच्चों को पढ़ाई कार्य कराए जाने की गैरजिम्मेदारी अब नहीं चलेगी।

उन्होंने ऐसे स्कूलों की आडिट रिपोर्ट डीईओ से सात दिनों में पेश करने को कहा है। ताकि स्कूलों की स्थिति पता चल सके। कलेक्टर की सख्ती के बाद सुस्त पड़े शिक्षा विभाग की नींद उड़ गई है। वहीं छत ढहने की घटना में स्कूल की प्रधानाध्यापिका रचना कोष्टी को जिम्मेदार मानते हुए उन्हें कुछ ही देर में सस्पेंड आदेश थमा दिया गया।

स्कूल की टंकी बनी हादसे का कारण : इस घटना के बारे जानकारी देते हुए बीआरसीसी भांडेर पुरुषोत्तम पाठक ने बताया कि जानकारी लेने के लिए मौके पर सीएसी प्रमोद चतुर्वेदी तथा इंजीनियर मुन्नालाल जाटव को भेजा गया था।

उनके अनुसार पीएचई ने नलजल योजनांतर्गत इस स्कूल के बरामदे पर दो गाटरों के बीच पानी की टंकी रखी गई थी। जो इस हादसे की मुख्य वजह बनी। यदि यही टंकी दीवार और गाटर पर रखी जाती तो यह हादसा नहीं होता।

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इस स्कूल में मात्र छह छात्र ही अध्ययनरत हैं। इस मामले में प्रधानाध्यापिका की लापरवाही सामने आई। स्कूल के बच्चों को अब रसोई कक्ष में पढ़ाया जाएगा। हालांकि इस स्कूल भवन में बरामदे के अलावा शेष दो कक्ष सुरक्षित हैं। लेकिन फिलहाल विभाग अब कोई रिस्क नहीं लेना चाहता।

कलेक्टर बोले स्कूलों में जाकर देखी स्थिति : इस घटना के बाद कलेक्टर वानखेड़े ने स्पष्ट तौर पर कहाकि अगर किसी भी विद्यालय में भवन की स्थिति बच्चों के लिए जानलेवा पाई गई और फिर भी पढ़ाई जारी रही, तो संबंधित संस्था प्रमुख और अधिकारी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

दीवारों में दरारें, छतों की सीलन, झुकी हुई दीवारें, फर्श की स्थिति इत्यादि की जांच अब अनिवार्य है। इस रिपोर्ट को प्राथमिकता के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी को प्रस्तुत करना होगा। कलेक्टर ने कहाकि बच्चों के जीवन की सुरक्षा ही हमारी पहली जिम्मेदारी है।

मुरिया में मुक्तिधाम का निर्माण शुरु : ग्राम मुरिया में शुक्रवार को बारिश के बीच खुले में बरसाती पन्नी के नीचे महिला अवधकुंवर पत्नी पर्वत सिंह की अंत्येष्टि का शर्मनाक मामला सामने आने के बाद शनिवार को जिसके बाद हरकत में आए प्रशासन की ओर से इस समस्या पर गंभीरता बरती गई।

यहां पूर्व चयनित स्थल जो कि गांव में स्थित बालाजी मंदिर से करीब पांच सौ मीटर दूर है, वहां पर मुक्तिधाम निर्माण की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। तहसीलदार सुनील प्रभास की मौजूदगी में निर्मित होने वाले मुक्तिधाम के चबूतरे के बनाए जाने वाले पिलर के लिए गड्ढे खोदे गए।

यदि मौसम अनुकूल रहा तो आजादी के बाद से मुक्तिधाम निर्माण की राह तक रहे इस गांव के लोगों का आगामी 15 दिनों में मुक्तिधाम का इंतजार समाप्त हो जाएगा।

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