रतलाम : आयोजित “एमपी राइज 2025 कॉन्क्लेव” में राज्य को 30,402 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि इन प्रस्तावों से 35,520 से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि देश के साथ-साथ अब मध्यप्रदेश भी बदल रहा है। यहां विकास के सभी क्षेत्रों में नवाचार हो रहे हैं। हर क्षेत्र में निवेश का अच्छा माहौल बना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक विकास का यह कारवां रूकेगा नहीं, बल्कि अब और तेज गति से आगे बढ़ेगा।
रतलाम पहले सेव, साड़ियों और सोने के लिए जाना जाता था लेकिन अब यही रतलाम स्किल, स्केल और स्टार्टअप्स के लिए जाना जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रतलाम की राइज कॉन्क्लेव में 30402 करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुये हैं, जिससे 35 हजार 520 रोजगार का सृजन होगा।
रतलाम का एक गौरवशाली इतिहास रहा है। रतलाम की देश में केन्द्रीय स्थिति इसे और भी विशेष बनाती है। बहुत जल्द प्रदेश में एयर कार्गो के जरिए हवाई मार्ग से माल की आवाजाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य की बेहतरी और युवाओं को रोजगार देने के लिए हमारी सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। मध्यप्रदेश को देश का अग्रणी प्रदेश बनाने तक हमारी कोशिशें जारी रहेंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिये जहां से भी हो सकेगा, वहां से निवेश लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए वे 29 जून को सूरत में रोड-शो करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को रतलाम में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री, स्किल एंड एम्प्लॉयमेंट (राईस) कॉन्क्लेव को संबोधित कर रहे थे।
2000 करोड़ से अधिक की 94 औद्योगिक इकाइयों का भूमि पूजन और लोकार्पण : 94 औद्योगिक इकाइयों और क्लस्टर्स के लिए 2012 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले प्रोजेक्ट्स का भूमि पूजन और लोकार्पण किया गया।
क्र.सं.
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कंपनी
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क्षेत्र
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निवेश (करोड़ में)
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रोजगार
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1 | एसआरएफ | रतलाम | 9200 | 7000 |
2 | जैक्सनग्रुप (सौर) | मक्सी, शाजापुर | 6000 | 7500 |
3 | ओरियानापावर45 | रतलाम/मोहासा बाबई | 5000 | 6500 |
4 | ओस्टवाल समूह | झाबुआ | 5000 | 5000 |
5 | शक्तिपंप | धार | 1500 | 2250 |
6 | श्री तिरुपति बालाजी | रतलाम/मोहासा बाबई | 1500 | 2300 |
7 | AKT गियर्स | इंदौर/ देवास/उज्जैन | 500 | 700 |
8 | अमीटेक्सएग्रो | आगरमालवा | 250 | 400 |
9 | कृष्णाफोस्केम | झाबुआ | 217 | 500 |
10 | मेसर्सदुर्गा खांडसारी चीनी मिल एवं इथेनॉल प्लांट | कुक्षीधार | 175 | 400 |
11 | टेक्नोप्लास्टपैकेजिंग प्राइवेट लिमिटेड | ग्वालियर | 150 | 250 |
12 | डायसिनफार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड | पीथमपुर, धार | 100 | 300 |
13 | स्काईलार्कप्रोटीन्स प्राइवेट लिमिटेड | उज्जैन | 100 | 220 |
14 | मित्तलसोया प्रोटीन प्राइवेट लिमिटेड | नीमच / देवास | 50 | 200 |
15 | बीबाफैशन | धार | 50 | 2000 |
16 | एमएसएमई विभाग से प्राप्तअन्य प्रस्ताव | 610 | ||
कुल
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30402 | 35520 |
एमएसएमई और बड़े उद्योगों को मिली प्रोत्साहन राशि और भूमि

● 288 एमएसएमई इकाइयों को 270 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि वितरित।
● 140 वृहद औद्योगिक इकाइयों को 425 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता।
● 538 एमएसएमई इकाइयों को भूमि आवंटन पत्र।
● 35 बड़े औद्योगिक समूहों को 6000 करोड़ रुपये के निवेश और 17600 नौकरियों के साथ भूमि आवंटन के आशय पत्र।
युवाओं के लिए रोजगार और ऋण वितरण
● 4.15 लाख हितग्राहियों को 3861 करोड़ रुपये का स्वरोजगार हेतु ऋण वितरण।
● 263 आकांक्षी युवाओं को रोजगार ऑफर लेटर।
औद्योगिक अधोसंरचना में बड़ा निवेश
● एमएसएमई विभाग के अंतर्गत 329 हेक्टेयर में 242 करोड़ की लागत से 16 नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित होंगे।
● 10 राज्य क्लस्टर्स और अलीराजपुर सीएफसी का 104 करोड़ में भूमि पूजन।
● 3 जिलों (निवाड़ी, आगर मालवा, रायसेन) में नए डीटीआईसी कार्यालयों का लोकार्पण।
● मंदसौर में 80.26 हेक्टेयर में 61.26 करोड़ की लागत से औद्योगिक क्षेत्र की घोषणा।
● रतलाम में 222 करोड़ रुपये की लागत से लोक निर्माण कार्यों का भूमि पूजन।
नीतिगत सुधार और हर क्षेत्र में विकास
● 18 नई औद्योगिक नीतियों को फरवरी 2025 में लागू किया गया।
● प्रदेश में 30.77 लाख करोड़ रुपये का संभावित निवेश जीआईएस माध्यम से।
● टेक्सटाइल, आईटी, फार्मा, लेदर और खनिज आधारित उद्योगों में नए अवसर।
● रतलाम के लिए एयर कार्गो सुविधा, हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान और बड़ी हवाई पट्टी की घोषणा।
निवेशकों से संवाद और रोड शो की घोषणा
● 15 उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा।
● 29 जून को सूरत में रोड शो आयोजित होगा।
● वॉलमार्ट कंपनी से एमओयू, एमएसएमई को मार्केट कनेक्टिविटी।
सारांश : एमपी राइज कॉन्क्लेव ने रतलाम को औद्योगिक, स्किल और स्टार्टअप्स के नए केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाया है। निवेश, रोजगार और औद्योगिक विकास के इस समन्वय से मध्यप्रदेश की आर्थिक प्रगति को नया आयाम मिलेगा।