अहमदाबाद : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को अहमदाबाद में डायल 112 जनरक्षक परियोजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। शाह ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच का हिस्सा बताते हुए कहा कि अब लोग किसी भी आपात स्थिति में केवल एक नंबर 112 डायल करके पुलिस, एम्बुलेंस, फायर सर्विस, महिला हेल्पलाइन और चाइल्ड हेल्पलाइन जैसी सभी सुरक्षा सेवाओं का लाभ ले सकेंगे।
आधुनिक नियंत्रण कक्ष और 1000 नई पीसीआर वैन : गृह मंत्री ने बताया कि यह परियोजना अत्याधुनिक सॉफ़्टवेयर और 24×7 स्टेट इमरजेंसी रिस्पॉन्स सेंटर से संचालित होगी। 150 सीटों वाला कॉल सेंटर जीपीएस से लैस वाहनों से जुड़ा रहेगा। कुल 1000 नई पीसीआर वैन में लोकेशन ट्रैकर, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और वायरलेस सेट जैसी आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं। शाह ने कहा कि यह परियोजना गुजरात को न्यू एज स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में अग्रणी राज्य बनाएगी।
पुलिसकर्मियों के लिए बेहतर सुविधाएँ : इस मौके पर गुजरात पुलिस हाउसिंग बोर्ड द्वारा 217 करोड़ रुपये की लागत से बने नए आवास और कार्यालयों का भी उद्घाटन किया गया। शाह ने कहा कि बेहतर कार्य और निवास सुविधाएं मिलने से पुलिस, होमगार्ड और जेल कर्मचारी जनता की सेवा और प्रभावी ढंग से कर पाएंगे।
सीमावर्ती और आंतरिक सुरक्षा में मजबूती : अमित शाह ने कहा कि गुजरात देश के सबसे संवेदनशील सीमावर्ती राज्यों में से एक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री रहते हुए राज्य की सीमाओं को अभेद्य बनाया और आतंकवाद, नार्कोटिक्स व साइबर अपराध पर प्रभावी अंकुश लगाया। उन्होंने कहा कि आज गुजरात देश का सबसे सुरक्षित राज्य बनने की दिशा में अग्रसर है।
आतंकवाद और नक्सलवाद पर सख्त रुख : गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी की ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति को रेखांकित करते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत ने आतंकवादियों को स्पष्ट संदेश दिया है। उरी और पुलवामा हमलों के बाद हुई सर्जिकल और एयर स्ट्राइक तथा हाल ही में किए गए ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को दिखा दिया कि भारत अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।
उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर, उत्तर-पूर्व और नक्सल प्रभावित इलाकों में मोदी सरकार ने निर्णायक कार्रवाई की है। उत्तर-पूर्व में अब तक 10,000 से अधिक उग्रवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं। शाह ने विश्वास जताया कि 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद पूरी तरह समाप्त हो जाएगा।
जनसंपर्क और अन्य कार्यक्रम : डायल 112 परियोजना के उद्घाटन से पहले शाह ने अहमदाबाद में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उन्होंने शहरी स्वास्थ्य केंद्रों का उद्घाटन, वृक्षारोपण, भद्रकाली माताजी मंदिर में दर्शन और टोरेंट ग्रुप-यूएनएम फाउंडेशन द्वारा पुनर्विकसित सरदार बाग का लोकार्पण किया।