Datia news : दतिया। चार वर्ष पहले प्रेमविवाह कर कस्बे में युवक और युवती रहने लगे थे। लेकिन यह बात लड़की के परिवार वालों को नागवार गुजरी।
उन्होंने पहले शिकायत कर दामाद को जेल भिजवा दिया। वहां से कुछ दिन बाद जब वह छूटा तो उसने सारी पुरानी बातें भुलाकर अपनी पत्नी के साथ फिर से गृहस्थ जीवन शुरु किया।
लेकिन मन में बैर माने बैठे ससुरालीजन ने त्रयोदशी भोज के बहाने एक बार फिर दामाद और बेटी को घर बुलाया। जहां उक्त लोगों ने पति-पत्नी की जमकर धुनाई कर दी। मदद के लिए पुलिस के पास जब पति-पत्नी पहुंचे तो वहां भी उनके साथ अभद्रता की गई। यह आरोप पीड़ित पक्ष ने लगाए हैं।
लांच थाना क्षेत्र के चकबेना में गुरुवार रात एक दंपती के साथ मारपीट और फिर पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है।
यह पूरा घटनाक्रम न केवल गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है, बल्कि इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार पीड़ित आदित्य गोस्वामी और उनकी पत्नी, दोनों ने वर्ष 2020-21 में प्रेम विवाह किया था। उस समय दोनों नाबालिग थे।
विवाह के बाद लड़की के स्वजन ने इंदरगढ़ थाने में मामला दर्ज कराया था। इसके बाद आदित्य को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जहां से वह दो माह बाद जमानत पर छूटा। बीते एक साल से दंपती इंदरगढ़ क्षेत्र में रह रहे थे।
गुरुवार को लड़की के स्वजन ने अपने घर पर हो रहे त्रयोदशी भोज में आदित्य और उसकी पत्नी को आमंत्रित किया। भरोसा जताते हुए दंपती वहां पहुंचे, लेकिन जैसे ही वे घर पहुंचे, स्वजन ने उन पर हमला कर दिया। मारपीट की सूचना मिलने पर 112 डायल पुलिस मौके पर पहुंची।
दंपती का आरोप है कि उन्होंने पुलिस से मदद मांगी, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उनकी बात सुनने की बजाय उनके साथ ही दुर्व्यवहार किया।
आरोप है कि प्रधान आरक्षक परशुराम प्रजापति और चालक आरक्षक रवि पाठक ने उनका मोबाइल छीन लिया और वीडियो बनाने से रोक दिया।
इस घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गया। जिसमें दंपती पुलिस से न्याय की गुहार लगाते नजर आ रहे हैं। पीड़ितों ने इंदरगढ़ थाने में लिखित शिकायत देकर संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
इस मामले में सेवढ़ा एसडीओपी अजय चानना का कहना है कि वीडियो को जांच में लिया गया है। यदि पुलिसकर्मी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।