भोपाल : प्रदेश सरकार ने अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों की क्षति की भरपाई के लिए राहत राशि वितरण कार्यक्रम आयोजित किया। उज्जैन जिले के तराना तहसील में आयोजित इस कार्यक्रम में आगर-मालवा और उज्जैन जिलों के किसानों को कुल 403 करोड़ रुपये की सहायता राशि अंतरित की गई।
कार्यक्रम में आगर-मालवा जिले के लिए 138 करोड़ रुपये और उज्जैन जिले के लिए 265 करोड़ रुपये की राहत स्वीकृत की गई। राहत राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में हस्तांतरित की गई।
महिला हितग्राहियों को सहायता : कार्यक्रम में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना और अन्य श्रेणी की महिलाओं को भी आर्थिक सहायता प्रदान की गई। प्रदेश की 29 लाख से अधिक बहनों को कुल 45 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से दी गई। इस पहल का उद्देश्य घरेलू गैस उपभोक्ताओं और पिछड़ी जनजाति वर्ग की महिलाओं को आवश्यक सहयोग देना है।
विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन : कार्यक्रम के दौरान 31 करोड़ रुपये लागत के 30 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया गया। इसमें 14 करोड़ रुपये के 21 कार्यों का लोकार्पण और लगभग 17 करोड़ रुपये के 9 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। इन परियोजनाओं में सड़कों, भवनों और अन्य आधारभूत संरचनाओं के निर्माण कार्य शामिल हैं। अधिकारियों के अनुसार, तराना से शाजापुर को जोड़ने वाली नई सड़क परियोजना से क्षेत्रीय आवागमन में सुधार होगा।
रोजगार और कृषि सुधार पर पहल : कृषि विभाग द्वारा बताया गया कि सोलर पंप योजना के तहत किसानों को प्रोजेक्ट लागत का केवल 10 प्रतिशत वहन करना होगा, शेष राशि सरकार द्वारा दी जाएगी। इस पहल से ग्रामीण बिजली खपत में कमी और कृषि लागत में बचत की उम्मीद है। इसके साथ ही कनासिया-बरडंवा क्षेत्र में लगभग 8 हजार करोड़ रुपये लागत का औद्योगिक प्रोजेक्ट प्रस्तावित है, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए नए रोजगार अवसर बनेंगे।


