Datia news : दतिया। जिले के गोराघाट क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई। ग्राम पचोखरा निवासी 55 वर्षीय महिला रामश्री पत्नी मोतीलाल पर मंदिर जाते समय एक आवारा कुत्ते ने पीछे से हमला कर दिया।
अचानक हुए हमले से महिला गिर पड़ी और कुत्ते ने उनके एक पैर को बुरी तरह नोच डाला। हमले में उनका मांस तक बाहर निकल आया और टांके लगाने तक के लिए त्वचा नहीं बची।
गंभीर रूप से घायल रामश्री ने हिम्मत नहीं हारी। जब कुत्ता दूसरे पैर पर भी झपटने लगा तो उन्होंने बहादुरी दिखाते हुए उसका मुंह पकड़ लिया और पास पड़ी झाड़ू से वारकर किसी तरह खुद को छुड़ाया। इसके बाद खून से लथपथ हालत में जैसे-तैसे घर पहुंचीं।
घटना की खबर फैलते ही ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। लोगों ने मौके पर पहुंचकर उस आवारा कुत्ते को पीट-पीटकर मार डाला।
ग्रामीणों ने बताया कि यही कुत्ता पिछले कुछ दिनों में आठ अन्य लोगों को भी काट चुका था, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
घायल महिला को स्वजन तुरंत जयारोग्य अस्पताल, ग्वालियर लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उन्हें रैबीज इंजेक्शन लगाया और सर्जरी विभाग में रेफर कर दिया।
परंतु परिजन के अनुसार सर्जरी विभाग ने गंभीर जख्म होने के बावजूद महिला को भर्ती नहीं किया। केवल मरहम-पट्टी कर उन्हें यह कहते हुए लौटा दिया गया कि दीपावली के बाद भर्ती किया जाएगा।
रामश्री के बेटे कमल सिंह ने बताया कि अस्पताल स्टाफ ने स्पष्ट कहा—“त्योहार चल रहा है, बाद में आना।” उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसे समय पर जब मरीज की जान खतरे में है, अस्पताल का यह रवैया अत्यंत अमानवीय है।
गांव में इस घटना के बाद भय का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से आवारा पशुओं के आतंक पर नियंत्रण और घायल महिला के उपचार की उचित व्यवस्था करने की मांग की है।
गांव में फैला दहशत का माहौल : पचोखरा गांव में आवारा कुत्ते के हमले के बाद लोग दहशत में हैं। कई घरों में छोटे बच्चे और बुजुर्ग मंदिर या बाजार तक जाने से डर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद आवारा कुत्तों को पकड़ने की कार्रवाई नहीं हो रही। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव में तत्काल पशु नियंत्रण दल भेजा जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं टाली जा सकें।