दतिया। जिले में 4 नवंबर 2025 (मंगलवार) को पंडोखर धाम में किसान सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन किसानों की समस्याओं, आपदा से हुए नुकसान और आगामी रवि फसल की तैयारियों पर केंद्रित रहेगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ दोपहर 12 बजे रावत वेयरहाउस, दतिया रोड से रैली के रूप में होगा, जो तिगरा, खिरिया और चंद्रोल जैसे मार्गों से होते हुए पंडोखर धाम पहुंचेगी। सम्मेलन में किसानों, युवाओं और सामाजिक प्रतिनिधियों की भारी मात्रा में उपस्थिति होगी।

भांडेर से पंडोखर धाम तक निकलेगी विशाल रैली : समारोह से पूर्व भांडेर से पंडोखर धाम तक एक विशाल वाहन रैली आयोजित की जाएगी। इस रैली में भारी संख्या में वाहन शामिल होंगे, बाइक रैली के साथ किसानों के ट्रैक्टरों की श्रृंखला भी होगी। युवा शक्ति और ग्रामीण किसानों की सहभागिता से यह यात्रा उत्साह और ऊर्जा का प्रतीक बनेगी। रैली में शामिल सभी पदाधिकारी पंडोखर धाम पहुंचकर श्रद्धेय गुरुजी पंडोखर सरकार का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
किसानों के लिए राहत और संवाद का मंच : सम्मेलन के दौरान आपदा प्रभावित किसानों को रवि फसल (चना, गेहूं आदि) के बीज वितरित किए जाएंगे, ताकि वे अपनी खेती को पुनः सशक्त बना सकें। इसके साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन सिंह यादव को संबोधित एक आग्रह पत्र भेजा जाएगा, जिसमें किसानों की समस्याओं का उल्लेख किया जाएगा और उनके लिए हर संभव मदद सुनिश्चित करने का अनुरोध होगा।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष रामकुमार शर्मा ‘रामजी’ ने कहा कि संकट की इस घड़ी में भाजपा सरकार किसानों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। उन्होंने कहा, “अन्नदाता हमारे लिए सदैव पूजनीय हैं। यह सम्मेलन किसानों को यह विश्वास दिलाने का प्रयास है कि सरकार और संगठन, दोनों, हर परिस्थिति में उनके हित में कार्यरत हैं।”
क्षेत्र में उत्साह का माहौल : आगामी कार्यक्रम को लेकर क्षेत्र के किसानों और युवाओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। किसानों का कहना है कि भाजपा जिला उपाध्यक्ष रामकुमार शर्मा ‘रामजी’ हमेशा जरूरत के समय उनके साथ खड़े रहे हैं। उन्होंने समय-समय पर जनसुनवाई के माध्यम से उनकी समस्याओं का समाधान कराया है और किसानों की आवाज़ को मजबूती से उठाया है।
सामाजिक सरोकारों में अग्रणी भूमिका : रामकुमार शर्मा ‘रामजी’ सिर्फ राजनीतिक क्षेत्र में नहीं, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी निरंतर सक्रिय रहते हैं। चाहे बात प्राकृतिक संरक्षण के लिए पौधारोपण अभियान की हो, सफाई कर्मियों और वाल्मीकि समाज के सम्मान समारोहों की, या गांव-गांव जाकर वंचित वर्गों से संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान करने की — वे हर मोर्चे पर अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि उनकी कार्यशैली ने समाज में विश्वास और एकता का माहौल बनाया है।
किसान हितों की नई पहल : भांडेर से पंडोखर तक होने वाला यह किसान सम्मेलन क्षेत्र के किसानों के लिए संवाद, समाधान और सहयोग का मंच साबित होने जा रहा है। यह आयोजन केवल एक रैली नहीं, बल्कि किसानों के हक, सम्मान और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नई शुरुआत मानी जा रही है।


