दतिया : “हमारे अन्नदाता किसानों की आंखों में अगर आंसू होगा तो हमें भी चैन नहीं मिलेगा।” यह बात भाजपा जिला उपाध्यक्ष रामकुमार शर्मा ‘रामजी’ ने 4 नवंबर को पंडोखर में आयोजित विशाल किसान सम्मेलन के मंच से कही। उन्होंने कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं, और जब तक उनके चेहरे से चिंता की लकीरें नहीं मिटतीं, तब तक किसी को भी चैन नहीं मिल सकता।
हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा के बाद किसानों की समस्याओं को सुनने और उनके निराकरण के लिए यह आयोजन किया गया था।

कार्यक्रम स्थल पंडोखर हैलीपेड मैदान पर हजारों किसानों और कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ी। पूरा मैदान उत्साह और ऊर्जा से खचाखच भरा नजर आया। किसानों ने सम्मेलन को राहत, संवाद और समाधान का मंच बताया।
भांडेर से पंडोखर तक निकली भव्य रैली : किसान सम्मेलन से पहले भांडेर से सैकड़ों चार पहिया वाहन और ट्रैक्टरों के साथ एक विशाल रैली निकाली गई। रैली जैसे-जैसे आगे बढ़ी, लोगों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर उसका स्वागत किया।
कई स्थानों पर लोगों ने जेसीबी मशीन से फूलों की वर्षा कर किसानों और कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया। उत्साह का आलम यह था कि स्वागत के चलते रैली को पंडोखर धाम तक पहुंचने में चार घंटे से अधिक का समय लग गया।

रैली में शामिल सभी पदाधिकारी और किसान जब पंडोखर धाम पहुंचे, तो उन्होंने श्रद्धेय गुरुजी पंडोखर सरकार सहित अन्य संतों से आशीर्वाद प्राप्त किया।

आपदा प्रभावित किसानों को मिली राहत : सम्मेलन के दौरान आपदा से प्रभावित किसानों के लिए राहत के रूप में रवि फसल (चना, गेहूं आदि) के बीजों का वितरण किया गया।
लगभग 200 से अधिक किसानों को बीज प्रदान किए गए ताकि वे अपनी खेती को फिर से सशक्त बना सकें।

इसी मंच पर अन्य दलों को छोड़कर आए सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता भी ग्रहण की। यह सम्मेलन किसानों के आत्मबल और संगठन की भावना को मजबूत करने का प्रतीक बना।
क्षेत्र में उत्साह का माहौल : किसान सम्मेलन को लेकर पूरे क्षेत्र में विशेष उत्साह का माहौल देखा गया। ग्रामीण इलाकों से किसानों ने भारी संख्या में भाग लिया। किसानों का कहना था कि भाजपा जिला उपाध्यक्ष रामकुमार शर्मा ‘रामजी’ हमेशा उनके सुख-दुख में साथ रहे हैं। उन्होंने कई बार जनसुनवाई के माध्यम से उनकी समस्याओं को सुना और समाधान कराया है। किसानों का कहना है कि इस बार आयोजित किसान सम्मेलन ने उन्हें एक नई उम्मीद और आत्मविश्वास दिया है।
दतिया जिले में पहली बार हुआ इतना भव्य आयोजन : यह किसान सम्मेलन दतिया जिले में अब तक का सबसे बड़ा और प्रभावशाली किसान आयोजन माना जा रहा है। भांडेर से पंडोखर तक निकली रैली और सम्मेलन ने किसानों के हक, सम्मान और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नई शुरुआत की है। यह सिर्फ एक रैली नहीं थी, बल्कि किसानों के अधिकारों और भविष्य के लिए उठाया गया संवाद, समाधान और सहयोग का संगठित कदम था।


