Datia news : दतिया। देव दीपावली के मौके पर कार्तिक पूर्णिमा पर पीतांबरा पीठ दीयों की रोशनी से जगमगा उठा। इस दौरान पूरे परिसर सहित माई के आंगन में दीपकों की झिलमिल आकर्षक लग रही थी। पीठ सेवकों ने बताया कि उक्त दीपोत्सव का आयोजन पूज्यपाद स्वामी जी महाराज के शिष्य परिवार के सदस्य धौलपुर निवासी दिलीप कुमार, राजकुमार द्विवेदी द्वारा हर वर्ष किया जाता है।
पीतांबरा पीठ पर भी कार्तिक पूर्णिमा के अवसर देव दीपावली मनाई गई। इस दिन शाम के समय पूरे पीठ परिसर में दीप प्रज्ज्वलित किए गए। दीपमालिकाओं की रोशनी से पूरा परिसर जगमगा उठा।
इस बीच कुछ देर के लिए पीठ पर लाइटें बंद रखी गई। ऐसे में चारों तरफ दीपकों का प्रकाश ही नजर आ रहा था। इस दिन पीठ विशेष पूजा अर्चना भी की गई। इस दौरान करीब 45 किलो देशी घी से पीठ परिसर में 1200 दीपक प्रज्जवलित किए गए।
मंदिर सहित वहां स्थित हरिद्रा सरोवर में दीपों की जगमगाहट ऐसी लग रही थी जैसे आकाश गंगा की छटा छा गई हो। श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में यहां आकर मां पीतांबरा के आंगन में दीपदान किया।
इस दौरान दीपों से स्वास्तिक, ओम जैसी विभिन्न धार्मिक आकृतियां तैयार कर पूरे परिसर को सजाया गया था। दीपों की जगमगाहट हर किसी का मन मोह रही थी।
श्रद्धालुओं ने भी पीठ पर दीप प्रज्जवलित किए। पीठ पर परिसर सहित हरिद्र सरोवर व वहां स्थित अन्य मंदिरों पर भी श्रद्धालुओं ने दीपक रोशन किए। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी देव दीपावली के मौके पर श्रद्धालुओं की पीठ पर काफी संख्या दिखाई दी।
धौलपुर का परिवार करता है यह आयोजन : पीठ सेवकों ने बताया कि पिछले लगभग 35 से 40 वर्ष से धौलपुर का परिवार पीठ पर आकर हर वर्ष दीपोत्सव का आयोजन करता है।
जिसकी खास बात यह है कि सभी दीप देशी घी से ही माई के आंगन में रखे जाते हैं। यह आयोजन पूज्यपाद स्वामीजी महाराज के जयपुर निवासी रहे शिष्य के स्वजन जो अब धौलपुर में निवासरत हो गए हैं, उनकी ओर से किया जाता है।
स्वामी जी महाराज ने अपने जीवनकाल में कुछ समय राजस्थान क्षेत्र में भी गुजारा था। उसी दाैरान यह कुमार परिवार उनके संपर्क में आया था। तभी से वह उनके शिष्य बन गए।


