नई दिल्ली। बिहार में नई सरकार के शपथ ग्रहण के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार, दो उप-मुख्यमंत्री के रूप में सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा तथा अन्य मंत्रियों के पदभार संभालने के बाद राज्य में नई प्रशासनिक व्यवस्था की शुरुआत हो गई है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी नवनियुक्त नेताओं को शुभकामनाएँ प्रेषित कीं और उनके सफल कार्यकाल की कामना की।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपने संदेशों में मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार को बधाई देते हुए लिखा कि वे एक अनुभवी प्रशासक हैं और राज्य प्रशासन में उनका अनुभव उपयोगी साबित होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह नए कार्यकाल के लिए उन्हें शुभकामनाएं देते हैं और आशा करते हैं कि राज्य के विकास कार्य निरंतर गति पकड़ेंगे।
उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि दोनों नेताओं ने लंबे समय तक जमीनी स्तर पर काम किया है और जनसेवा का अनुभव रखते हैं। उन्होंने दोनों उप-मुख्यमंत्रियों को नई जिम्मेदारियों के सफल निर्वहन के लिए शुभकामनाएं दीं। उनके संदेश में यह भी कहा गया कि नई नेतृत्व टीम राज्य के प्रशासन को मजबूत बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार सरकार की नई मंत्रिपरिषद में शामिल हुए सभी मंत्रियों को भी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह टीम राज्य के विकास को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है और उम्मीद है कि नए मंत्री अपने-अपने विभागों में प्रभावी ढंग से कार्य करेंगे। उन्होंने मंत्रियों को टीम भावना के साथ काम करने और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की सलाह दी।
बिहार में नई सरकार के गठन के साथ ही राजनीतिक और प्रशासनिक गतिविधियों में तेजी आई है। मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों के शपथ लेने के बाद राज्य में नई नीतियों और योजनाओं को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। आगामी दिनों में नई कैबिनेट की पहली बैठक आयोजित होने की संभावना है, जिसमें प्राथमिकताओं और कार्ययोजनाओं पर विस्तार से चर्चा होगी।
बिहार को नए नेतृत्व से कई अपेक्षाएँ हैं, जिनमें रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना और कानून व्यवस्था जैसी प्रमुख चुनौतियों पर काम करना शामिल है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नए नेतृत्व की क्षमता और केंद्रीकृत समर्थन से कई महत्वपूर्ण योजनाओं को गति मिल सकती है।
नई सरकार के गठन के साथ बिहार एक नए राजनीतिक चरण में प्रवेश कर चुका है। प्रधानमंत्री द्वारा दी गई शुभकामनाओं को राज्यों के बीच सहयोग और बेहतर प्रशासनिक तालमेल का संकेत माना जा रहा है। अब सबकी नज़रें इस बात पर टिकी हैं कि नया नेतृत्व राज्य को विकास की दिशा में किस तरह आगे बढ़ाता है।


