नई दिल्ली। प्रधानमंत्री 20 और 21 दिसंबर को असम के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे राज्य में लगभग 15,600 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखेंगे। प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत हवाई संपर्क, उर्वरक उत्पादन और सार्वजनिक अवसंरचना से जुड़ी अहम परियोजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा।
गुवाहाटी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन : 20 दिसंबर को प्रधानमंत्री गुवाहाटी पहुंचकर लोकप्रिय गोपीनाथ बरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे। यह टर्मिनल लगभग 1.4 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में विस्तारित है और प्रति वर्ष 1.3 करोड़ यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है। इसके साथ रनवे, एप्रन, टैक्सीवे और एयरफील्ड सिस्टम में भी बड़े स्तर पर उन्नयन किया गया है।
“बांस के उद्यान” थीम पर आधारित टर्मिनल : नया टर्मिनल असम की जैव विविधता और सांस्कृतिक विरासत से प्रेरित है, जिसका विषय “बांस के उद्यान” रखा गया है। इसमें पूर्वोत्तर से प्राप्त लगभग 140 मीट्रिक टन बांस का उपयोग किया गया है। टर्मिनल की संरचना में काजीरंगा से प्रेरित हरित परिदृश्य, जापी आकृतियां, गैंडे के प्रतीक और कोपो फूल से प्रेरित स्तंभ शामिल हैं। इसके अलावा, एक विशेष “आकाश वन” भी विकसित किया गया है, जिसमें स्थानीय प्रजातियों के पौधे लगाए गए हैं।
आधुनिक सुविधाओं से लैस हवाई अड्डा : यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए टर्मिनल में फुल-बॉडी स्कैनर, डिजियात्रा-सक्षम संपर्क रहित यात्रा प्रणाली, स्वचालित सामान प्रबंधन, त्वरित आव्रजन और एआई-आधारित संचालन जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
शहीदों को श्रद्धांजलि और उर्वरक परियोजना का भूमिपूजन : 21 दिसंबर की सुबह प्रधानमंत्री गुवाहाटी के बोरागांव स्थित शहीद स्मारक क्षेत्र में असम आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वे डिब्रूगढ़ जिले के नामरूप जाएंगे, जहां असम वैली फर्टिलाइजर एंड केमिकल कंपनी लिमिटेड की अमोनिया-यूरिया उर्वरक परियोजना का भूमिपूजन करेंगे।
10,600 करोड़ की उर्वरक परियोजना : नामरूप में प्रस्तावित यह ब्राउनफील्ड उर्वरक परियोजना 10,600 करोड़ रुपये से अधिक के अनुमानित निवेश से विकसित की जाएगी। परियोजना से असम और पड़ोसी राज्यों की उर्वरक आवश्यकताओं को पूरा करने, आयात पर निर्भरता कम करने और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन में सहायता मिलने की उम्मीद है।


