सतना | मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सतना में औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को सशक्त बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा कि सतना जिले में 100 एकड़ भूमि पर एक नया इंडस्ट्रियल पार्क विकसित किया जाएगा, जिससे स्थानीय उद्योगों को बेहतर आधारभूत सुविधाएं मिलेंगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को विंध्य व्यापार मेले में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में उद्योग-व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अब जिला स्तर पर सेक्टर आधारित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित की जाएंगी। इसी क्रम में सतना में एमएसएमई सेक्टर पर केंद्रित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
विंध्य व्यापार मेले को मिलेगा स्थायी आधार : मुख्यमंत्री ने विंध्य व्यापार मेले के आयोजन को मजबूती देने के लिए विंध्य चैंबर ऑफ कॉमर्स को 8 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने की घोषणा की। इसके साथ ही सतना में व्यापारिक और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए पीपीपी मॉडल पर गीता भवन के निर्माण की भी बात कही गई।
कनेक्टिविटी और बुनियादी सुविधाओं पर फोकस : मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि विंध्य क्षेत्र में पिछले दो वर्षों में हवाई कनेक्टिविटी को बेहतर किया गया है। सतना एयरस्ट्रिप का विस्तार 1800 मीटर तक किया जा रहा है, जिससे बड़े विमान भी यहां उतर सकेंगे। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हेली सेवा और आपात स्थिति में पीएमश्री एयर एंबुलेंस सेवा का भी उल्लेख किया गया।
रोजगार और स्वरोजगार को बढ़ावा : मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में प्रदेश का बजट लगभग 7 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाना है। युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के अवसर सृजित किए जा रहे हैं। होटल उद्योग में निवेश पर सब्सिडी, रोजगार आधारित उद्योगों को वेतन सहायता और किसानों के लिए सोलर पंप योजना जैसी पहलों की जानकारी भी दी गई।
व्यापार और उद्योग से जुड़े सुझाव : कार्यक्रम में सतना सांसद गणेश सिंह ने सतना को विंध्य क्षेत्र का प्रमुख व्यापारिक केंद्र बताया और एमएसएमई सेक्टर के लिए रीजनल कॉन्क्लेव की आवश्यकता पर जोर दिया। वहीं, विंध्य चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सतीश सुखेजा ने व्यापार मेले के लिए स्थायी भूमि, व्यापार संवर्धन बोर्ड के गठन और कौशल विकास केंद्र की मांग रखी।


