उमरिया | मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में 1800 करोड़ रुपये की लागत से ब्रह्मा–BEML रेल मैन्युफैक्चरिंग हब परियोजना का भूमि पूजन किया गया। यह परियोजना देश में रेल उपकरण निर्माण क्षमता को मजबूत करने और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से स्थापित की जा रही है।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह हब न केवल भारतीय रेलवे के लिए अत्याधुनिक कोच और उपकरणों का निर्माण करेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार अवसर भी उत्पन्न करेगा। उन्होंने बताया कि परियोजना पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया’ सिद्धांत पर आधारित होगी और उत्पादन के लिए नवीनतम तकनीक का उपयोग किया जाएगा।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और अनेक विशिष्टजन मौजूद रहे, वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव वर्चुअल जुड़े।
परियोजना की विशेषताएं :-
● लागत: लगभग 1800 करोड़ रुपये
● स्थान: उमरिया, मध्यप्रदेश
● उद्देश्य: रेल कोच, मालगाड़ी वैगन और अन्य रेल उपकरणों का स्वदेशी निर्माण
● रोजगार: सीधे व अप्रत्यक्ष रूप से हजारों युवाओं को रोजगार
स्थानीय विकास और आर्थिक प्रभाव : रेल मैन्युफैक्चरिंग हब के संचालन से आसपास के क्षेत्रों में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। छोटे और मझोले उद्योगों को भी कच्चा माल, पुर्जों और सेवाओं की आपूर्ति के माध्यम से लाभ होगा। परियोजना के तहत आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे, जिससे स्थानीय युवाओं को उन्नत तकनीकी कौशल प्राप्त होगा।
रणनीतिक महत्व : केंद्रीय मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि इस तरह की परियोजनाएं देश की औद्योगिक आत्मनिर्भरता को मजबूती देती हैं और वैश्विक स्तर पर भारत की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता को बढ़ाती हैं। यह पहल रेलवे क्षेत्र में आयात पर निर्भरता को कम करेगी और निर्यात की संभावनाओं को खोलेगी।


