Datia news : दतिया। आर्मी के फायरिंग रेंज से लगे बसई के जंगल में बुधवार शाम आग भड़क गई। आग इतनी भीषण थी कि वह कुछ देर में ही ककोड़ा गांव तक पहुंच गई। आग को देख ग्रामीणों में हडकंप मच गया।
सभी अपने स्तर से आग को बुझाने में जुट गए। इस दौरान पिछोर से आई फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया जा सका। इस आग से जंगल का करीब ढाई सौ बीघा क्षेत्र प्रभावित होने का अनुमान है।

बसई क्षेत्र से सटे आर्मी के फायरिंग रेंज में अभ्यास के दौरान गोला बारुद की चिंगारी से वहां आसपास के जंगल में आग भड़क गई। इसके बाद बसई पुलिस को सूचना दी गई।

मौके पर पहुंची पुलिस ने भीषण आग को देख झांसी, पिछोर, दतिया आदि जगह फायर ब्रिगेड के लिए सूचना दी। इसके अलावा आसपास की पंचायतों से भी पानी के टेंकर मंगाए गए। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर जैसे तैसे काबू पाया जा सका। लेकिन फिर भी जंगल में बुझी हुई आग की छुटपुट चिंगारी का असर बरकरार रहा।
तीन दिन से हैलीकाप्टर भी कर रहा था सर्चिंग : इस मामले में स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि पिछले तीन दिन से सेना का हेलीकाप्टर भी जंगल और आसपास के गांवों की सर्चिंग कर रहा था। बताया जाता है कि फायरिंग रेंज के जंगल में आग धीरे-धीरे आगे बढ़ी।
जो बुधवार शाम को बसई के ककोड़ा गांव से मात्र दो सौ मीटर की दूरी पर पहुंच गई। जिसके बाद ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई। इन दिनों खेतों में भी गेंहूं की पकी फसल खड़ी है। खेतों से कुछ दूरी पर ही जंगली क्षेत्र है।
यहां की आग कभी भी बड़ा रुप लेकर इन खेतों को भी तबाह कर सकती थी। गनीमत यह रही कि समय रहते ग्रामीणों ने इस ओर प्रयास शुरु कर दिए। वहीं बसई थाने से इसकी सूचना नगर पालिका झांसी, एसडीओपी पिछोर, कंट्रोल रुम दतिया एवं आर्मी एरिया के अधिकारियों को दी गई।
आग की चपेट में आने से फटे मिस हुए गोले : ग्रामीणों के मुताबिक इस आग के कारण करीब ढाई सौ बीघा जंगल प्रभावित हुआ है। जिससे यहां लगे बबूल, छोले, गुलठा, खजूर, बेर आदि के सैकड़ों पेड़ जलकर राख हो गए।
चूंकि आग फायरिंग रेंज ऐरिया की तरफ से भड़की, ऐसे में वहां पड़े मिस हुए गोले और अन्य बारुद भी आग की चपेट में आने से फूट रहे थे। जिसके कारण आग बुझाने के लिए पहले कोई तैयार नहीं हो रहा था। लेकिन इसके बाद ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाई।