भारत में एआई क्रांति की दिशा में बड़ा कदम : ‘इंडिया एआई मिशन’ के तहत 10,371 करोड़ रुपये की मंजूरी मिशन के तहत होंगे, कम्प्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टार्टअप और स्किलिंग सेंटर स्थापित

नई दिल्ली :  कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI) के क्षेत्र में भारत को विश्व के अग्रणी देशों की श्रेणी में लाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने “इंडिया एआई मिशन” को औपचारिक मंजूरी दे दी है। इस मिशन के लिए कुल ₹10,371.92 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है।

इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के अंतर्गत संचालित होने वाले इस मिशन का लक्ष्य है — भारत में एआई आधारित नवाचार, गवर्नेंस में दक्षता, और डिजिटल इकोसिस्टम को सशक्त बनाना।


तीन मुख्य उद्देश्य : नवाचार, अवसंरचना और स्किलिंग : मिशन के तहत भारत को एआई के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए तीन प्रमुख स्तंभ निर्धारित किए गए हैं:

  1. कम्प्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर (Computing Infrastructure) : देश में 10,000 से अधिक GPU क्षमता वाले सुपरकम्प्यूटिंग क्लस्टर स्थापित किए जाएंगे, ताकि शोध, शिक्षा और स्टार्टअप्स को एआई प्रयोग के लिए आवश्यक शक्ति मिल सके।

  2. एआई इनोवेशन प्लेटफॉर्म : भारत के स्टार्टअप्स और MSME सेक्टर के लिए “इंडिया एआई इनोवेशन सेंटर” स्थापित किए जाएंगे, जहां पर नवीन एआई मॉडल और भारतीय भाषाओं पर केंद्रित “भारतजेनएआई” जैसे उत्पाद विकसित किए जाएंगे।

  3. एआई स्किलिंग एवं अनुसंधान : देश के युवाओं को एआई तकनीकों में प्रशिक्षित करने के लिए व्यापक स्किलिंग कार्यक्रम शुरू होंगे। विश्वविद्यालयों और उद्योगों के बीच सहयोग को भी बढ़ावा दिया जाएगा।


सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में साझेदारी : “इंडिया एआई मिशन” को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत लागू किया जाएगा। मिशन की निगरानी के लिए एक “इंडिया एआई इनोवेशन सेंटर” गठित किया जाएगा, जो नीति निर्माण, रिसर्च और डेटा साझेदारी से जुड़े दिशा-निर्देश तय करेगा।


सामाजिक और आर्थिक प्रभाव : सरकार का कहना है कि एआई के माध्यम से न केवल तकनीकी क्षेत्र में रोजगार सृजित होंगे, बल्कि कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन और शहरी विकास जैसे क्षेत्रों में भी दक्षता बढ़ेगी। साथ ही, मिशन के तहत विकसित “भारतजेनएआई” जैसे स्थानीय भाषा मॉडल देश की विविधता को तकनीकी रूप से सशक्त बनाएंगे।


भविष्य की दिशा : मंत्रालय के अनुसार, “इंडिया एआई मिशन” भारत को वैश्विक स्तर पर “AI Powerhouse” बनाने की दिशा में निर्णायक कदम है। आने वाले वर्षों में यह मिशन डिजिटल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियानों को नई तकनीकी गति प्रदान करेगा।

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