EPFO से फरवरी में कुल 13.96 लाख नए सब्सक्राइबर्स जुड़े, 7.38 लाख सदस्य पहली बार शामिल हुए

नई दिल्ली  : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के आज जारी अनंतिम पेरोल डेटा से पता चलता है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में फरवरी, 2023 के महीने में कुल 13.96 लाख सदस्य जुड़े हैं। फरवरी महीने के दौरान शामिल हुए कुल 13.96 लाख सदस्यों में से लगभग 7.38 लाख नए सदस्य पहली बार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के दायरे में शामिल हुए हैं।

शामिल किए गए सदस्यों में, उच्चतम नामांकन 18 वर्ष से 21 वर्ष के आयु-समूह में 2.17 लाख सदस्यों के साथ दर्ज किया गया है, इसके बाद 22 वर्ष से 25 वर्ष के आयु-समूह में 1.91 लाख सदस्य हैं। फरवरी माह के दौरान कुल नए सदस्यों में 18 वर्ष से 25 वर्ष के आयु वर्ग के सदस्यों की संख्या 55.37 प्रतिशत है। इससे पता चलता है कि देश के संगठित क्षेत्र के कार्यबल में शामिल होने वाले अधिकांश सदस्य पहली बार नौकरी चाहने वाले हैं।

आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि लगभग 10.15 लाख सदस्य कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की सदस्यता में फिर से शामिल हुए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 8.59 प्रतिशत अधिक है। इन सदस्यों ने अपनी नौकरियों को बदल दिया और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के अंतर्गत शामिल किए गए प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए और अंतिम निपटान के लिए आवेदन करने के बजाय अपने संचय को स्थानांतरित करने का विकल्प चुना, जिससे उनकी सामाजिक सुरक्षा की संरक्षा का विस्तार हुआ है।

पेरोल डेटा के लिंग के अनुसार विश्लेषण से पता चलता है कि फरवरी, 2023 में कुल महिला सदस्यों का नामांकन 2.78 लाख रहा है, जो महीने के लिए कुल सदस्यों की वृद्धि का लगभग 19.93 प्रतिशत है। इनमें से 1.89 लाख महिला सदस्य पहली बार शामिल हुए हैं। यह सभी पहली बार शामिल हुए सदस्यों की लगभग 25.65 प्रतिशत संख्या है। महिला भागीदारी के संदर्भ में, शामिल हुई कुल महिला सदस्यों की संख्या और नई महिला सदस्यों की वृद्धि ने पिछले चार महीनों में उच्चतम अनुपात दर्ज किया है। यह संगठित कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी की बढ़ती प्रवृत्ति को प्रदर्शित करता है।

राज्य-वार पेरोल के आंकड़े बताते हैं कि शामिल हुए कुल सदस्यों की संख्या महीने-दर-महीने बढ़ती प्रवृत्ति तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में परिलक्षित होती है। शामिल किए गए कुल सदस्यों के मामले में, शीर्ष 5 राज्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात और दिल्ली हैं। ये राज्य मिलकर महीने के दौरान कुल जोड़े गए सदस्यों की संख्या का 58.62 प्रतिशत हैं। सभी राज्यों में, फरवरी माह के दौरान 20.90 प्रतिशत कुल सदस्यों को जोड़कर महाराष्ट्र सबसे आगे है, इसके बाद 11.92 प्रतिशत के साथ तमिलनाडु राज्य है।

उद्योग-वार पेरोल डेटा का वर्गीकरण से पता चलता है कि ‘विशेषज्ञ सेवाएं’ (जनशक्ति आपूर्तिकर्ताओं, सामान्य ठेकेदारों, सुरक्षा सेवाओं, विविध गतिविधियों आदि से मिलकर) महीने के दौरान कुल सदस्यों की वृद्धि का 41.17 प्रतिशत है। पिछले महीने के साथ उद्योग-वार आंकड़ों की तुलना करने पर, उद्योगों, जैसे ‘चमड़ा उत्पाद’, ‘परिधान-निर्माण’, ‘कूरियर सेवाएं प्रदान करने वाले प्रतिष्ठान’, ‘मछली प्रसंस्करण और मांसाहारी खाद्य संरक्षण’ वगैरह में उच्च नामांकन देखा गया है।

पेरोल डेटा अनंतिम है क्योंकि डेटा जनरेशन एक सतत प्रक्रिया है, क्योंकि कर्मचारी रिकॉर्ड को अपडेट करना एक सतत प्रक्रिया है। पिछला डेटा इसलिए हर महीने अपडेट किया जाता है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन अप्रैल-2018 के महीने से, सितंबर, 2017 की अवधि को शामिल करते हुए पेरोल डेटा जारी कर रहा है। मासिक पेरोल डेटा में, आधार मान्य यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) के माध्यम से पहली बार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में शामिल होने वाले सदस्यों, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के कवरेज से बाहर निकलने वाले मौजूदा सदस्यों और सदस्यों के रूप में फिर से शामिल होने वाले सदस्यों की गणना को कुल मासिक पेरोल गणना के लिए लिया जाता है।

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन एक सामाजिक सुरक्षा संगठन है जो कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 के प्रावधानों के अंतर्गत देश के संगठित कार्यबल को भविष्य, पेंशन और बीमा निधि के रूप में सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है।

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