Datia news : दतिया। जुआ फड पर एक युवक का एक लाख रुपये जीतने उसके साथ खेलने वालों को रास नहीं आया। उन्होंने अपने हार हुए रुपये वापिस लेने के लिए उक्त युवक को घर लौटते समय रास्ते में घेर लिया और रुपये न देने पर गोली मार दी। युवक की हत्या के बाद आरोपित भाग निकले। इस मामले में न्यायालय ने उक्त चारों आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
विशेष न्यायालय एट्रोसिटीज दतिया शशिकांता वैश्य द्वारा उक्त प्रकरण में सजा सुनाई है। मामले की पैरवी आरसी चतुर्वेदी जिला अभियोजन अधिकारी एवं सुदीप शर्मा सहायक जिला अभियोजन अधिकारी जिला दतिया के द्वारा की गई। उल्लेखनीय है कि इस प्रकरण को राज्य शासन द्वारा भी गंभीर व सनसनीखेज प्रकरण के रूप में चिंहित किया गया था।

घटना के मुताबिक फरियादी जहेंद्र मोगिया ने सिविल लाइन थाने में उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 22 अक्टूबर 2020 को दोपहर डेढ़ बजे धरमू यादव, जीतू अहिरवार निवासीगण दुर्गापुर एवं दीपक यादव निवासी होमगार्ड कालोनी दतिया उसके यहां आएं और बोले जुआ खेलने चलो। जिस पर जहेंद्र एवं उसका भतीजा सुन्नू मोगिया अपनी बाइक से उन तीनों के साथ ग्राम बनवास पहुंचे। वहां जुआ खेला जा रहा था।

जुआ फड़ पर उसके भतीजे सुन्नू मोगिया ने भी जुआ खेला और एक लाख रुपये करीब जीत गया। उससे वहां 20 हजार रुपये दीपक ने उधार ले लिए। इसके बाद दीपक, धरमू और रंजीत तीनों बाइक से अपने घर आने को निकल गए। वहीं जहेंद्र और उसका भतीजा सुन्नू बाइक से वापिस लौटने लगे तो जीतू अहिरवार निवासी दुर्गापुर बोला कि मुझे भी बैठा लो और जबरदस्ती पीछे बैठ गया।
पेशाब करने के बहाने रुकवाई बाइक : जहेंद्र बाइक चला रहा था, सुन्नू बीच में बैठा था जबकि जीतू पीछे बैठा था। जैसे ही शाम करीब पाैने सात बजे दुर्गापुर नहर के पास पहुंचे तो जीतू बोला गाड़ी रोको पेशाब करना है।
बाइक रोकी तो वहां पहले से ही घात लगाए खड़े धरमू, दीपक यादव व रंजीत आ गए और बोले जुए में जो पैसे उनसे जीते हैं वह लौटा दो। वह लोग उसके भतीजे सुन्नू से पैसे छीनने लगे तो वह चिल्लाया। धरमू और दीपक दोनों बोले रुपये नहीं दे रहा तो इसे गोली मार दो। इसके बाद उक्त लोगों ने उसके भतीजे सुन्नू को गोली मार दी।
गोली लगते से उसका भतीजा वहीं गिर पड़ा। रुपये भी वहीं अंधेरे में गिर गए। चारों हमलावर वहां से भाग गए। घटना की खबर जहेंद्र ने घर वालों को फोन पर दी तो उसका बड़ा भाई गजेंद्र, भाभी जीतन बाई एवं सुम्मा बाई आ गए।
जो सुन्नू को उठाकर बाइक से जिला अस्पताल दतिया ले गए। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। न्यायालय ने मामले में आरोपित धर्म सिंह उर्फ धरमू यादव, जीतू उर्फ जितेंद्र अहिरवार, रंजीत यादव एवं दीपक यादव को दोषी पाते हुए दंडित किया।