गुरदासपुर : पूर्व अकाली मंत्री और शिअद संयुक्त के नेता सेवा सिंह सेखवां गुरुवार को आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। आप के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुजुर्ग नेता के घर पहुंच कर उनको पार्टी में शामिल कराया।
इस मौके पर पंजाब में मुख्यमंत्री पद के चेहरे संबंधी सवाल को वह टाल गए। सेवा सिंह सेखवां ने 2017 के विधानसभा चुनाव में अकाली दल को मिली हार के बाद पार्टी से किनारा कर लिया था और कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ अकाली दल संयुक्त के नाम से नई पार्टी बना ली थी।
अब करीब तीन साल बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी का झाड़ू थाम लिया है। सेखवां के आने से आप में सुच्चा सिंह छोटेपुर की कमी पूरी हो गई है। उनको निष्कासित कर दिया गया था। केजरीवाल ने भी कहा कि सेखवां हमारे बुजुर्ग हैं। हमें उनका आशीर्वाद चाहिए। हम उनके बताए मार्ग पर काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि देश में सुधार करना ही हमारा मिशन है और सेखवां के पार्टी में आने से हमारे इस मिशन को मजबूती मिलेगी। सेखवां ने भी कहा कि हमारी तीन पीढ़ियों ने अकाली दल को समर्पित होकर काम किया, लेकिन अब जिंदगी के शेष पल केजरीवाल को समर्पित करते हैं और उनके साथ काम करेंगे।
इस मौके पर विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा, सांसद भगवंत मान, राघव चड्ढा, जरनैल सिंह, कुंवर विजय प्रताप, बलजिंदर कौर आदि उपस्थित थे। पंजाब के नेताओं को सोच-समझकर बयान देना चाहिए कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों के बयान पर केजरीवाल ने कहा कि जम्मू से लेकर कन्याकुमारी तक भारत एक है।
पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है। यहां के हर नेता को सोच समझकर बयान देना चाहिए। मसीह भाईचारे के लोगों ने किया केजरीवाल का विरोध उधर, अरविंद केजरीवाल का गांव सेखवां में मसीह भाईचारे के लोगों ने दिल्ली में चर्च तोड़े जाने को लेकर विरोध किया। इस दौरान काले झंडे दिखाकर उनके खिलाफ नारेबाजी भी की।